23 जुलाई को मोदी सरकार (Modi Government) ने तीसरे कार्यकाल (Third Term) का पहला बजट पेश कर दिया है. इस बजट में नई टैक्स रिजीम (New Tax Regime) में बदलाव और स्टैंडर्ड डिडक्शन लिमिट बढ़ने के साथ-साथ STCG, STT बढ़ोतरी, कुछ आइटम्स पर कस्टम ड्यूटी में कटौती जैसे बड़े फैसले हुए हैं, जो सीधे आपकी जेब को प्रभावित करेंगे.
वित्त मंत्री के अनुसार FY25 में वित्तीय घाटा 4.9% रहने का अनुमान लगाया गया है.
इसके अलावा युवाओं पर फोकस कई बड़े निर्णय लिए हैं, जिनमें मुख्य फोकस रोजगार बढ़ाने पर रहा. किसानों से जुड़ी कई अहम घोषणाओं की भी योजना हुई है. कुलमिलाकर बजट का फोकस कृषि, युवा और रोजगार, मानव संसाधन का विकास, मैन्युफैक्चरिंग, इनोवेशन जैसे मुद्दों पर रहा है. आगे बजट के अपडेट्स विस्तार से पढ़ें.
ज्यादातर बातें फरवरी के बजट जैसी ही हैं, कुछ छोटे-छोटे बदलाव हुए हैं
वित्तीय घाटे को 5.1% से कम करते 4.9% करना सोच-समझकर लिया फैसला
कम वित्तीय घाटे से यील्ड पर तब तक असर नहीं दिखता जब तक बाजार से उधारी कम न हो
कैपेक्स में 17% की बढ़त बरकरार लेकिन वित्तीय घाटे का लक्ष्य 20 BPS घटाया
कैपिटल गेंस टैक्स को बढ़ाने और सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी कम करने से घरेलू कैपिटल फॉर्मेंशन असर पड़ेगा
नौकरियों पर फोकस के खपत बढ़ने की उम्मीद
अब तक नहीं चले बड़ी कंपनियों के शेयर खरीद के लिए आकर्षक
वित्तीय घाटे को काबू में रखने पर जोर, ग्रोथ के लिए कैपेक्स में बढ़ोतरी
कैपिटल गेंस टैक्स में इजाफे से इक्विटी मार्केट में निराशा
बिहार और आंध्र प्रदेश को खास तवज्जो, 26,000 करोड़ रुपये का विशेष पैकेज
टैक्स स्लैब बदलाव मिडिल क्लास के लिए पॉजिटिव, 17,500 रुपये की होगी टैक्स सेविंग
ITC, टाइटन, SBI, NTPC, BHEL, PNB हाउसिंग, जोमैटो, तेजस नेटवर्क को बजट से फायदा
डिक्सन, मुथूट फाइनेंस, मणप्पुरम फाइनेंस, एंजल वन, मोतीलाल ओसवाल, BSE को घाटा
ये बजट फिस्कल कंसोलिडेशन के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है
वित्तीय घाटे को 5.1% से कम करके 4.9% करना बड़ा लक्ष्य
FY2026 तक 4.5% वित्तीय घाटे के लक्ष्य हासिल हो सकता है
रोजगार पर फोकस से कंजप्शन बढ़ने की उम्मीद
शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेंस को बढ़ाना बाजार के लिए निगेटिव
इंडेक्सेशन को खत्म करने से रियल एस्टेट, अल्टरनेटिव एसेट्स में निवेश घटेगा
अंतरिम बजट से कैपेक्स को नहीं बढ़ाने से इनसे जुड़े शेयरों को कुछ निराशा हुई
ये बजट वित्तीय घाटे को काबू में करने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दिखाता है
वित्तीय घाटे को 5.1% से कम करके 4.9% करना बड़ा लक्ष्य
4.9% के वित्तीय घाटे को हासिल करने में मुश्किल नहीं होगी
भारत ने FY23 में भी 5.9% लक्ष्य की जगह 5.6% का वित्तीय घाटे को हासिल किया
बड़े पूंजीगत खर्च के साथ वित्तीय घाटे को काबू में रखना बड़ी बात
RBI के बड़े डिविडेंड से वित्तीय घाटे को काबू में करने में मदद मिली
जनवरी 2024 में दिए गए BBB- की रेटिंग और स्टेबल आउटलुक पर कायम
भारत में पब्लिक फाइनेंस की स्थिति दूसरे इमर्जिंग देशों से कमजोर
वित्तीय घाटे, इंट्रेस्ट-टू-रेवेन्यू और डेट रेश्यो दूसरे इमर्जिंग देशों से ज्यादा
वित्तीय कंसोलिडेशन से मध्यम अवधि में सरकार का कर्ज और GDP के रेश्यो भारत के क्रेडिट प्रोफाइल को सपोर्ट करेगा
हम मौजूदा रेटिंग के हिसाब से भारत के वित्तीय स्थिति में सुधार के असर का मूल्यांकन करते रहेंगे
MSMEs को मिलने वाले कर्ज को आसान किया है: FM
स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए मुद्रा लोन को बढ़ाया, एंजेल टैक्स को खत्म किया: FM