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'इंटरेस्ट इनकम पर टैक्स में मिलनी चाहिए राहत', SBI चेयरमैन की इस बजट में मांग

अभी बैंकों के डिपॉजिट्स पर अगर ब्याज आय एक साल में 40,000 रुपये से ज्यादा हो जाती है तो उस पर बैंक्स टैक्स काटते हैं. सेविंग्स अकाउंट्स पर अगर एक साल में इंटरेस्ट इनकम 10,000 रुपये से ज्यादा हो जाए तो टैक्स देना पड़ता है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी10:53 AM IST, 20 Jun 2024NDTV Profit हिंदी
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Budget 2024: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के चेयरमैन दिनेश खारा ने सरकार से मांग की है कि इस बजट में इंटरेस्ट इनकम पर टैक्स में राहत दी जाए, खारा ने कहा कि इससे बैंकों को सेविंग्स जुटाने में मदद मिलेगी जिसका इस्तेमाल लंबी अवधि के इंफ्रा प्रोजेक्ट्स की फंडिंग में किया जा सकता है. PTI को दिए इंटरव्यू में उन्होंने ये बात कही.

'इंटरेस्ट इनकम पर टैक्स में राहत दी जाए'

अभी बैंकों के डिपॉजिट्स पर अगर ब्याज आय एक साल में 40,000 रुपये से ज्यादा हो जाती है तो उस पर बैंक्स टैक्स काटते हैं. सेविंग्स अकाउंट्स पर अगर एक साल में इंटरेस्ट इनकम 10,000 रुपये से ज्यादा हो जाए तो टैक्स देना पड़ता है.

PTI को दिए इंटरव्यू में खारा ने कहा कि अगर बजट में ब्याज आय पर टैक्स को लेकर कुछ राहत दी जाती है, तो ये डिपॉजिटर्स के लिए एक प्रोत्साहन होगा. आखिरकार, बैंकिंग सेक्टर देश में पूंजी निर्माण के लिए जुटाई गई जमा रकम का इस्तेमाल करता है. PTI के मुताबिक वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण जुलाई के दूसरे हफ्ते में 2024-25 का पूर्ण बजट पेश कर सकती हैं

मौजूदा आर्थिक ग्रोथ को देखते हुए, SBI चेयरमैन को FY 2024-25 के दौरान 14-15% लोन ग्रोथ की उम्मीद है. उन्होंने कहा कि आम तौर पर जिस तरह से हम इसे देखते हैं वो ये है कि GDP ग्रोथ रेट प्लस महंगाई और उसके ऊपर 2-3%, इससे हमें संख्या लगभग 14% या इसके आसपास मिलती है. इसलिए, 14-15% क्रेडिट ग्रोथ देने के लिए उपलब्ध अवसरों पर निर्भर करती है, और ये हमारी जोखिम उठाने की क्षमता को पूरा करती है. इस रफ्तार से बढ़ने पर हमें खुशी होगी'.

'हमारे पास अतिरिक्त SLR'

उन्होंने कहा कि जहां तक ​​डिपॉजिट्स की बात है, पिछले साल इसमें 11% की ग्रोथ दर्ज हुई है. हमारे पास अतिरिक्त SLR को लेकर कुछ हद तक गुंजाइश है, जो ये सुनिश्चित करता है कि लोन-डिपॉजिट-रेश्यो को सपोर्ट करने के लिए डिपॉजिट रेट्स को बढ़ाने के लिए हमारे ऊपर कोई दबाव नहीं है. बैंक के पास 3.5-4 लाख करोड़ रुपये के बीच अतिरिक्त SLR मौजूद है.

खारा ने कहा कि 'हम हमेशा डिपॉजिट्स को महत्व देते हैं, यही वजह है कि हमने हाल ही में शॉर्ट टर्म डिपॉजिट के लिए ब्याज दर में बढ़ोतरी की है, क्योंकि हमें लगा कि इसमें सुधार की गुंजाइश है. हमें अपनी इस साल के दौरान अपनी डिपॉजिट ग्रोथ रेट में कुछ सुधार करना चाहिए. हमारी कोशिश होगी कि हम इस साल कम से कम 12-13% की ग्रोथ से आगे बढ़ें. पिछले महीने, SBI ने चुनिंदा शॉर्ट टर्म मैच्योरिटी पर डिपॉजिट रेट्स को 75 बेसिस प्वाइंट तक बढ़ाया था.

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