नरेंद्र मोदी की अगुवाई में NDA सरकार जुलाई में बजट पेश करेगी, इसके लिए बैठकों का दौर शुरू हो चुका है. बुधवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने देश के प्रमुख अर्थशास्त्रियों के साथ प्री-बजट (Pre-Budget Consultations) बैठक की. इस बैठक में फाइनेंस सेक्रेटरी, DEA के सेक्रेटरीज, रेवेन्यू, फाइनेंशियल सर्विसेज और कॉर्पोरेट अफेयर्स सेक्रेटरी के अलावा, चीफ इकोनॉमिक एडवाइज भी शामिल रहे. इस पहली प्री-बजट बैठक में अर्थशास्त्रियों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को बजट से जुड़े कई सुझाव दिए.
न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक NDA सरकार वित्त वर्ष 2024-25 का आम बजट जुलाई के दूसरे हफ्ते में पेश कर सकती है. PTI के सूत्रों के मुताबिक आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इंडस्ट्री के नुमाइंदों के साथ प्री-बजट विचार विमर्श करने के लिए बैठक करेंगी. वो बजट के लिए इंडस्ट्री के सुझाव लेंगी. इंडस्ट्री भी बजट के लिए अपनी मांगें सरकार के सामने रखेगी.
माना जा रहा है कि वित्त वर्ष 2024-25 का बजट मोदी 3.0 सरकार के आर्थिक एजेंडा की नींव रखेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ग्रोथ की रफ्तार बढ़ाने की कोशिश करेंगी, साथ ही महंगाई को भी उन्हें संभालना होगा. आर्थिक एजेंडा में वो सभी कदम शामिल होंगे जो भारत को आने वाले कुछ वर्षों में 5 ट्रिलियन इकोनॉमी बनाएगा और 2047 तक विकसित भारत बनाने का रास्ता भी मुकम्मल करेगा.
RBI के अनुमान के मुताबिक, ग्रामीण मांग में सुधार और महंगाई में नरमी की वजह से चालू वित्त वर्ष में भारत की इकोनॉमी 7.2% रहने का अनुमान है. मोदी 3.0 सरकार को वित्तीय सूझबूझ के साथ एक मजबूत अर्थव्यवस्था विरासत में मिली है. इस पर अच्छी बात ये रही है कि रिजर्व बैंक ने भी सरकार को FY24 के लिए 2.11 लाख करोड़ रुपये के अब तक का सबसे ज्यादा डिविडेंड दिया है.
मोदी 3.0 के लिए जो सबसे बड़ी प्राथमिकताएं होंगी, उसमें कृषि क्षेत्र में तनाव से निपटना, नए रोजगार पैदा करना , कैपेक्स की गति को बनाए रखना और फिस्कल कंसोलिडेशन को बनाए रखने के लिए रेवेन्यू ग्रोथ को बढ़ाने पर फोकस करना होगा.