अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के शपथग्रहण से पहले जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन नवीन जिंदल ने कहा कि विकसित राष्ट्र बनने की राह में प्रति व्यक्ति आय बढ़ाना एक महत्वपूर्ण पहलू है, जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है. उन्होंने उम्मीद जताई कि आगामी बजट देश को इस सपने को साकार करने की दिशा में ले जाएगा.
हरियाणा के कुरुक्षेत्र से लोकसभा सांसद नवीन जिंदल ने NDTV से एक्सक्लूसिव बातचीत में विकसित भारत के विजन और बजट 2025-26 के अलावा डॉनल्ड ट्रंप की नीतियों और इंडिया-अमेरिका ट्रेड पर भी अपने विचार साझा किए.
नवीन जिंदल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हम आभारी है. उन्होंने हमलोगों को एक विजन दिखाया है, जिस पर हमलोग काम कर रहे हैं. विकसित भारत का सबसे महत्वपूर्ण पैमाने प्रति व्यक्ति आय है, आम लोगों के आए बढ़ाना सबसे महत्वपूर्ण पहलू है. हम सब इस विजन पर काम कर रहे हैं. अगर देश में हर व्यक्ति देश के हित को ध्यान में रखकर काम करें तो हमें दुनिया में विकसित भारत बनने स से कोई नहीं रोक सकता.
कुरुक्षेत्र से लोकसभा सांसद नवीन जिंदल ने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण अनुभवी वित्त मंत्री हैं. उन्होंने कई बजट पेश किए हैं. आज देश आर्थिक प्रगति के पथ पर अग्रसर है. उम्मीद है कि बजट 2025-26 देश को एक विकसित राष्ट्र की तरफ अग्रसर करेगा, जिसमें हर वर्ग का ख्याल रखा जाएगा.
डॉनल्ड ट्रंप के दूसरी बार अमेरिका के राष्ट्रपति बनने पर नवीन जिंदल ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि उनका दूसरा कार्यकाल, पहले कार्यकाल से बेहतर होगा. डॉनल्ड ट्रंप के नरेंद्र मोदी के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं. भारत के साथ अमेरिका के अच्छे रिश्ते रहे हैं.'
जिंदल स्टील एंड पावर के चेयरमैन ने कहा, 'भारत और अमेरिका के बीच संबंध सिर्फ सरकार पर आधारित नहीं है, बल्कि पीपल टू पीपल रिलेशनशिप बहुत अच्छी है. अमेरिका में लाखों भारतीय नागरिक काम करते हैं. अमेरिका को पावरफुल बनाने में भारतीयों की अहम भूमिका रही है.'
NDTV के हिमांशु शेखर मिश्रा से बातचीत में नवीन जिंदल ने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि भारत और अमेरिका के संबंध और मजबूत होंगे. उम्मीद है कि इंटरनेशनल जिओ पॉलिटिक्स में जो हालात(युद्ध) हैं, वे खत्म होंगे. भारत को, और पूरी दुनिया को उम्मीद है कि डॉनल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने से अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हालात बेहतर होंगे. विश्व में भारत का कद बढ़ रहा है और भारत हमेशा शांति की बात करता है.'
नवीन जिंदल ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के अधिकार को लेकर कहा कि 22 वर्ष की उम्र में उन्होंने जब 1993 में पहली बार झंडा फहराया, तब उन्हें बताया गया कि वे ऐसा नहीं कर सकते. फिर 2004 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आम नागरिकों को संवैधानिक अधिकार मिला. इस सोच को लोकप्रिय बनाने के लिए हमने फ्लैग फाउंडेशन ऑफ इंडिया का गठन किया.