पीएम की 31 दिसंबर को दी गई स्पीच के बाद बैंकों ने लेंडिग रेट्स यानी कर्ज पर ब्याज दरें घटाने का फैसला कर वाहन और घर खरीदने का प्लान कर रहे लोगों को नए साल का तोहफे दिया है. सार्वजनिक क्षेत्र के देना बैंक ने कर्जों के लिए अपनी मानक दर में 0.75 प्रतिशत की कटौती की है. इससे पहले भारतीय स्टेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और यूनियन बैंक दरों में कटौती कर चुके हैं.
सबसे पहले देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ने बेंचमार्क लेंडिंग रेट एमसीएलआर में 0.90% की कटौती की घोषणा की. MCLR जो पहले 8.9% था वह अब एक साल के लिए 8% हो गया है. नई दरें 1 जनवरी 2017 से प्रभावी हैं.
देना बैंक ने एक साल की परिपक्वता अवधि के लिए कोष की सीमान्त लागत (एमसीएलआर) आधारित कर्ज दर 0.75 प्रतिशत घटाकर 8.55 प्रतिशत कर दी है. इस कटौती के बाद एमसीएलआर से जुड़े आवास, कार और अन्य कर्ज सस्ते हो जाएंगे. इससे पहले रविवार को देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई, के साथ ही पीएनबी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने कर्ज पर ब्याज दरों में 0.9 प्रतिशत तक की कटौती की थी. नोटबंदी के बाद बैंकों के पास काफी नकदी आ चुकी है.