Apple iPhone: अमेरिका और चीन में इस समय टैरिफ वॉर हो रही है. इसी वजह से अब एप्पल US के लिए आईफोन भारत में बनाने जा रहा है. इसके अलावा कंपनी पहले भी कई बार कह चुकी है कि चीन के ऊपर ज्यादा निर्भर नहीं रहना चाहते हैं. अब इन वजहों से भारत आईफोन का मैन्युफैक्चरिंग हब बन सकता है. इसका मतलब ये होगा कि भारत में सभी आईफोन का प्रोडक्शन दोगुना हो जाएगा.
सुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार Apple अमेरिका में 60 मिलियन से ज्यादा आईफोन बिक्री करता है. ये प्रोसेस कोविड के समय से ही शुरू हो गई थी, जब लॉकडाउन से एप्पल के सबसे बड़े प्लांट में प्रोडक्शन को नुकसान पहुंचा था. और अब अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप के लगाए चीन पर टैरिफ ने दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ा दिया है. जिससे एप्पल भारत में मैन्युफैक्चरिंग शिफ्ट करने का प्लान बना रहा है.
हालांकि अभी भारत में Apple के प्रतिनिधियों ने इस पर कुछ नहीं कहा है. फाइनेंशियल टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार साल 2026 से Apple US के लिए भारत में आईफोन बनाएगा. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट से पता चलता है कि US ग्राहकों के लिए एप्पल भारत में सप्लाई चेन को मजबूत करेगा.
ब्लूमबर्ग के अनुसार एप्पल ने 12 महीने में मार्च तक 22 बिलियन डॉलर के आईफोन भारत में असेंबल किए. जो पिछले साल की तुलना में 60% ज्यादा हैं. अभी की बात करें तो Apple साउथ एशिया देशों में 20% या पांच में से एक iPhone बनाता है. फिलहाल चीन एप्पल के लिए सबसे बड़ा प्रोडक्शन बेस है.
भारत में बन रहे आईफोन फॉक्सकॉन टेक्नोलॉजी ग्रुप की फैक्ट्री में असेंबल होते हैं. टाटा ग्रुप की इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग ब्रांच, जिसने विस्ट्रॉन कॉर्प के लोकल बिजनेस को खरीदा है, वो भी भारत में एक अहम सप्लायर है. 8 अप्रैल को देश के टेक्नोलॉजी मिनिस्टर ने बताया कि, भारत में टोटल प्रोडक्शन में से एप्पल ने 1.5 ट्रिलियन रुपए के आईफोन को एक्सपोर्ट किया.
फरवरी में अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप ने 'रेसिप्रोकल टैरिफ' का ऐलान किया. तभी से भारत से अमेरिका में आईफोन की शिपमेंट में तेजी आई है. पूरे फाइनेंशियल ईयर में एप्पल का एवरेज प्रोडक्शन और एक्सपोर्ट भारत में बढ़ा है. ट्रंप सरकार ने इस महीने की शुरुआत में ही कई इलेक्ट्रॉनिक्स आईटम्स पर टैरिफ की छूट दी. जो कि एप्पल के लिए अच्छी खबर है. हालांकि ये छूट चीन पर लगाए गए अलग 20% टैरिफ पर नहीं है. इसका मतलब ये हुआ कि भारत में बन रहे iPhone पर अब कोई टैरिफ नहीं लगेगा.
एप्पल भारत में अपने पूरे आईफोन रेंज का प्रोडक्शन करता है, जिसमें महंगे टाइटेनियम प्रो मॉडल भी शामिल हैं. सबसे बड़ी आबादी वाला देश मैन्युफैक्चरिंग हब बने इसके लिए मोदी सरकार आईफोन प्रोडक्शन को कई सब्सिडी भी देती है.