ADVERTISEMENT

JLR के बाद टाटा मोटर्स को अपनी खुद की 'रीइमेजिन' स्ट्रेटेजी बनाने की जरूरत, आंकड़ों से समझे क्या है मामला

टाटा मोटर्स ने पिछले छे महीनों में अपने मार्केटकैप का लगभग एक तिहाई हिस्सा गंवाया है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी05:29 PM IST, 11 Jan 2025NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
NDTV Profit हिंदी
Follow us on Google NewsNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदीNDTV Profit हिंदी

2019-20 के बाद से, टाटा मोटर्स ने अपनी बिक्री को चार-गुना कर दिया है, जबकि ऑटो उद्योग में लगभग 50% की ग्रोथ हुई है. इसकी बाजार हिस्सेदारी महामारी में 5% से कम से बढ़कर लगभग 14% हो गई है. शेयर मार्च 2020 में ₹64 के निचले स्तर से लेकर 30 जुलाई 2024 को ₹1,179 के लाइफ-हाई तक चला गया था.

टाटा मोटर्स ने पिछले छे महीनों में अपने मार्केटकैप का लगभग एक तिहाई हिस्सा गंवाया है. डीलरशिप में भी गिरावट आई है. निश्चित रूप से, इसने भारत की सबसे अधिक बिकने वाली कार के निर्माता मारुति सुजुकी के चार दशक लंबे दबदबे को समाप्त कर दिया, लेकिन 2024 में इसकी कुल बिक्री में केवल 0-2% की ग्रोथ हुई है.

लगभग 7-8 साल पहले, टाटा मोटर्स ने कई बड़े बदलाव किए. कार की सुरक्षा को प्राथमिकता दी, और ग्लोबल सप्लाई को अपनी सप्लाई चेन में जोड़ा.

ICE चैलेंज

2024 के पहले तीन महीनों में दोहरे अंकों की ग्रोथ देखने के बाद, टाटा मोटर्स ने बचे साल में अपनी बिक्री में गिरावट देखी, आकर्षक मिड-साइज SUV सेगमेंट में प्रवेश के बावजूद.

जनवरी में हुंडई इंडिया ने अपनी क्रेटा SUV की तीसरी पीढ़ी को लॉन्च किया था. साल के अंत तक इसकी बिक्री 1,86,919 यूनिट हो गई थी. जुलाई में, टाटा मोटर्स ने Curvv को लॉन्च किया.

फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, रिटेल कार की बिक्री- या सरकार की वाहन वेबसाइट पर वाहन रजिस्ट्रेशन- 2024 में साल-दर-साल 5.18% बढ़कर 40.74 लाख यूनिट हो गई.

हालांकि, अनसोल्ड स्टॉक उल्लेखनीय है: खरीदारों की कमी के कारण 55,000 करोड़ रुपये मूल्य की करीब 5.5 लाख कारें स्टॉक यार्ड में पड़ी हुई हैं.

कंपनी का इलेक्ट्रिक कारों का सफर

टाटा मोटर्स की कुछ पैसेंजर कारें अभी भी एक ऐसे प्लेटफॉर्म पर बनाई गई हैं जो कभी इंडिका और इंडिगो कि याद दिलाती है. लेकिन यकीनन ये इलेक्ट्रिक रूट लेने वाली भारत की पहली मास-मार्केट कार निर्माता है.

कंपनी ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक कार 2006 में बनाई थी. विस्टा ईवी को यूके और अन्य यूरोपीय बाजारों में बेड़े ऑपरेटरों को बेचा गया था. 2017 में, राज्य द्वारा संचालित एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड ने 350 टिगोर ईवी का ऑर्डर दिया, और फिर 2018 में लगभग 4,000 और, लेकिन सरकारी अधिकारियों ने खराब प्रदर्शन और कम रेंज का हवाला देते हुए उनका उपयोग करने से इनकार कर दिया था.

सफलता 2020 के अंत में Nexon.ev के रूप में आई. अक्टूबर 2021 में, TPG राइज क्लाइमेट और ADQ ने टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड में ₹7,500 करोड़ का निवेश किया. एक इलेक्ट्रिक सेडान (Tigor.ev) और एक इलेक्ट्रिक हैचबैक (Tiago.ev) ने जल्दी से लॉन्च किया. Punch को 2024 में एलेक्ट्रिफाइड किया गया था. Harrier और Safari का अगला नंबर हैं.

फिस्कल 2024 में, टाटा मोटर्स का ईवी बिजनेस एक बिलियन डॉलर का एंटरप्राइज बन गया और भारत में बेची जाने वाली चार इलेक्ट्रिक कारों में से तीन कंपनी के हैं.

लगातार बड़ रहा मार्केट में कंपटीशन

सितंबर में, JSW MG मोटर इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने विंडसर ईवी – 4.3 मीटर यूटिलिटी वाहन – अपनी बैटरी-AA-सर्विस पेशकश के साथ लॉन्च किया. इस मॉडल ने केवल तीन महीनों में 10,000 यूनिट बिक्री की है.

कुल मिलाकर, कंपनी की ईवी बिक्री 2024 में साल-दर-साल 125% बढ़कर 21,484 यूनिट हो गई. उसी समय, टाटा मोटर्स ने अपनी बिक्री में केवल 2.32% की ग्रोथ की और बाजार हिस्सेदारी का 10% की कमी देखी. 2023 में 72.68% से 2024 में 62.01% तक.

महिंद्रा ने अपनी पहली इलेक्ट्रिक ओरिजिन SUV BE 6 और XEV 9e को 18 से 30 लाख रुपये की कीमत में पेश किया है. मारुति सुज़ुकी और ह्युंदई भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में अपनी सबसे ज्यादा बिकने वाली SUV- eVitara और क्रेटा इलेक्ट्रिक को पेश करने के लिए तैयार हैं.

आर्थिक रूप से, टाटा मोटर्स शायद अपने सबसे अच्छे स्तर पर है. भारत का कारोबार कर्ज मुक्त है. JLR के वॉल्यूम और बेहतर प्रॉडक्ट्स मिक्स से मार्जिन में तेज बढ़ोतरी हो सकती है. मारुति सुजुकी और M&M जैसे कंपटीटर के मुकाबले वैल्यूएशन अब भी आकर्षक है.

NDTV Profit हिंदी
फॉलो करें
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT