Amara Raja Corp का मानना है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल बैटरी स्पेस में ओरिजनल इक्विपमेंट मैन्युफैक्चरर्स (OEMs) से मूलत: बैटरी बनाने वाली कंपनियों (Core Battery Manufacturers) को कंपटीशन का कोई खतरा नहीं है.
इलेक्ट्रिक व्हीकल में आए बूम के बाद EV बनाने वालीं OEMs अपनी बैटरी सप्लाई के लिए मूलत: सिर्फ बैटरी बनाने वाली कंपनियों पर निर्भर रही हैं.
मतलब OEMs खुद बैटरी मैन्युफैक्चरिंग नहीं करतीं या फिर कम मात्रा में करती हैं. अब भी कोर मैन्युफैक्चरर्स के पास ही बैटरी मैन्युफैक्चरिंग मार्केट का ज्यादा बड़ा हिस्सा मौजूद है.
चीन में फिलहाल सभी बैटरियां, बैटरी मैन्युफैक्चरर्स से ही मंगवाई जाती हैं. वहां प्रबंधन को इस स्पेस में दूसरे प्लेयर्स के आने की भी परवाह नहीं है.
अमारा राजा-गोशन डील
अमारा राजा ने 'GIB (Gotion InoBot Batteries) EnergyX Slovakia s.r.o.' के साथ लीथियम ऑयन बनाने की एक डील की है, जिसके तहत भारत में एक गीगाफैक्ट्री लगाई जाएगी.
इस करार के तहत चीन की गोशन हाई टेक की सब्सिडियरी GIB EnergyX, अमारा राजा एडवांस्ड सेल टेक्नोलॉजीज को लीथियम ऑयन सेल बनाने के लिए अपनी लीथियम ऑयरन फॉस्फेट टेक्नोलॉजी का लाइसेंस देगी.
अमारा राजा के मैनेजमेंट ने 28 जून को एक कॉनकॉल में बताया कि इस डील से गोशन की मजबूत ग्लोबल सप्लाई चेन के साथ-साथ अहम इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी का एक्सेस भी कंपनी को मिलेगा.
हालांकि ये कोई एक्सक्लूसिव डील नहीं है. लेकिन अमारा राजा ने साफ किया कि कुछ खास पार्ट्स भारत के बाजार की जरूरतों के हिसाब से सिर्फ कंपनी को ही उपलब्ध करवाए जाएंगे. इन प्रोडक्ट्स में बड़ी रेंज है, जिससे भारतीय बाजार का ज्यादातर हिस्सा कवर हो जाएगा.
मौजूदा लेनदेन कई मामलों में खास है. इसके तहत अमारा राजा, गोशन की यूरोपियन एंटिटी InoBat से ट्रांजैक्शंस करेगा. ना कि सीधे पेरेंट चाइनीज कंपनी से.
इस एग्रीमेंट के तहत व्यापक एक्सपोर्ट राइट अमारा राजा को मिले हैं और कंपनी कुछ एक्सक्लूसिव क्षेत्रों को छोड़कर दुनिया में कहीं भी अपने उत्पाद बेच सकती है.
इस करार से गोशन के मौजूदा ग्राहकों का भी अमारा को फायदा मिल सकता है. जैसे टाटा मोटर्स पहले से ही गोशन का कस्टम है. इससे गोशन की टेक क्रेडिबिलिटी भी पुख्ता होती है.
कंपनी के मुताबिक 8-9GW के स्केल पर 11-12% मार्जिन संभव हो सकता है. इसके लिए कंपनी अपने साझेदार गोशन की कॉस्ट एफिशिएंसी पर दांव लगा रही है. दरअसल चीन में स्थापित कंपनियों का मार्जिन भी कुछ इसी तरह होता है.
अमारा राजा के सामने एक और चुनौती OEMs के साथ बैटरियों के लिए साझेदारी बनाना भी होगा. फिलहाल एक्साइड इंडस्ट्रीज, ह्युंदई मोटर इंडिया और किया कॉर्प के साथ EV बैटरी सप्लाई करने के लिए करार कर चुका है. अमारा राजा भी इन कंपनियों के साथ बातचीत कर रहा है.