ओला इलेक्ट्रिक (Ola Electric Mobility Ltd.) भारत में ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी के स्थानीयकरण को बढ़ावा देने वाली योजना के तहत सब्सिडी हासिल करने वाली पहली इलेक्ट्रिक 2-व्हीलर बनाने वाली कंपनी बन गई है.
कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि 5 मार्च 2025 को, इसकी पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी कंपनी ओला इलेक्ट्रिक टेक्नोलॉजीज को केंद्रीय भारी उद्योग मंत्रालय से ऑटोमोबाइल और ऑटो कंपोनेंट्स के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इनसेंटिव (PLI) योजना के तहत डिमांड इनसेंटिव राशि जारी करने का ऑर्डर मिला है. फाइलिंग के मुताबिक 73,74,36,612 रुपये की राशि को मंजूरी दी गई है.
15 सितंबर 2021 को केंद्र सरकार ने एडवांस्ड ऑटोमोटिव टेक्नोलॉजी प्रोडक्ट्स के निर्माण को बढ़ावा देने के लिए PLI-ऑटो योजना को 25,938 करोड़ रुपये के बजटीय आवंटन के साथ पांच साल की अवधि के लिए मंजूरी दी थी. इसका मकसद स्थानीयकरण को प्रोत्साहित करना है, ताकि भारत ग्लोबल सप्लाई चेन में एक प्रमुख कड़ी बन सके. ये योजना जीरो एमिशन वाहनों के लिए है.
अब तक, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा ही एकमात्र ऐसी कार कंपनियां थीं, जिन्हें PLI-ऑटो योजना के तहत सब्सिडी मिली थी. अब ओला इलेक्ट्रिक भी उनके साथ शामिल हो गई है और इकलौती 2-व्हीलकर कंपनी भी बन गई है जिसे ये इनसेंटिव मिलेगा. ये सब्सिडी ओला इलेक्ट्रिक को ऐसे समय पर मिली है जब कंपनी लागत घटाने के उपाय कर रही है.
मामले की जानकारी रखने वाले लोगों के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक ने 1,400-1,500 कर्मचारियों की छंटनी की है. इनमें से लगभग आधे कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स हैं, जिन्हें पिछले साल दिसंबर में खोले गए 4,000 अनुभव केंद्रों (एक्सपीरियंस सेंटर) में तैनात किया गया था.
साथ ही, कंपनी ने गाड़ियों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को अंदरूनी तौर पर संभालने के लिए रोसमेर्टा डिजिटल सर्विसेज के साथ भी डील खत्म कर दी है. जिसकी लागत वेंडर की ओर से वसूले जाने वाली फीस का पांचवां हिस्सा है. इसके अलावा, कंपनी स्टेट डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर्स को भी बंद कर रही है. जो अलग अलग जगहों पर अनुभव केंद्रों को इलेक्ट्रिक गाड़ियों की सप्लाई करने के लिए गोदाम के रूप में काम करते थे.
कंपनी की रोडस्टर एक्स मोटरसाइकिल (Roadster X motorcycle), जिसे ऑपरेशनल प्रॉफिटिबिलिटी का जरिया माना जा रहा है, अभी तक अपनी सड़क योग्यता साबित नहीं कर पाई है. वहीं, इन-हाउस सेल्स (बैटरी) का निर्माण, जो मार्जिन को और बढ़ा सकता है, इसमें भी देरी से जूझ रहा है.
ओला इलेक्ट्रिक को ऑपरेशनल स्तर पर प्रॉफिटिबिलिटी हासिल करने के लिए हर महीने 50,000 यूनिट्स की लगातार बिक्री करनी होगी. जैसा कि भाविश अग्रवाल ने कंपनी की दिसंबर तिमाही के आय के बाद एनालिस्ट्स के साथ हुई चर्चा में कहा था. कंपनी फिलहाल इस लक्ष्य का केवल आधा ही हासिल कर पा रही है.