टाटा मोटर्स (Tata Motors) के शेयर में 15 ट्रेडिंग सेशन के दौरान सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली है. अमेरिका-ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रे़ड एग्रीमेंट (India-UK FTA) से एक से ज्यादा तरीकों से फायदा मिला है. भारत में कुछ लैंड रोवर SUVs 50% तक सस्ती हो सकती हैं.
इंडस्ट्री के तीन जानकारों ने अनजान रहने की शर्त पर NDTV Profit को बताया कि भारत-ब्रिटेन के एग्रीमेंट के तहत ऑटो टैरिफ को 100% से ज्यादा से घटाकर 10% कर दिया गया है. और अगर टाटा मोटर्स अपने चेन्नई प्लांट में जगुआर इलेक्ट्रिक कार बनाने का फैसला करती है, तो ये अब भी आकर्षक होगा.
सिटी ने इस आकलन का समर्थन किया है. सिटी ने इस आकलन का समर्थन किया है. सिटी में इंडिया ऑटोज एंड ट्रांसपोर्टेशन के इक्विटी रिसर्च के निदेशक अरविंद शर्मा ने बुधवार को एक नोट में कहा, 'भारत के बाजार में JLR की कुछ हिस्सेदारी मिल सकती है. FY25 में JLR की भारत में बिक्री 6,200 यूनिट्स के करीब रही. जबकि मर्सिडीज-बेंज ने 19,000 यूनिट्स, BMW ने 15,800 यूनिट्स बेचे थे. ऐसे में कंपनी कुछ यूरोपीय OEM से कुछ बाजार हिस्सेदारी हासिल कर सकती है.'
इसके अलावा टाटा मोटर्स स्थानीय तौर पर बने ऑटो कंपोनेंट्स को कम दरों पर ब्रिटेन भेज सकता है और उन्हें उस देश में बने लैंड रोवर SUVs पर इस्तेमाल कर सकती है. इससे लागत में और बचत होगी.
जगुआर लैंड रोवर टाटा मोटर्स की ब्रिटेन वाली सब्सिडियरी कंपनी है, जो अब भी अपनी भारतीय पेरेंट कंपनी के लिए दो-तिहाई रेवेन्यू लाती है. लैंडरोवर के कुछ असेंबली ऑपरेशन पुणे में हैं, लेकिन इसकी ज्यादातर रेंज रोवर SUVs सोलीहुल और हेलवुड में बनाई जाती हैं. जगुआर जो 2026 में पूरी तरह से इलेक्ट्रिक ब्रांड बन जाएगा, उसका मुख्यालय कैसल ब्रोमविच में है.