नए साल की शुरुआत एक के बाद एक तोहफों के साथ हो रही है. सरकार ने कहा है कि यदि आप किसी रेस्तरां या होटल में जाते हैं और वहां सेवाओं से संतुष्ट नहीं होते हैं तो बिल चुकाते समय आप सर्विस चार्ज देने से मना कर सकते हैं.
होटल संघ ने इस पर कहा है कि ग्राहक चाहें तो वे चार्ज देने से मना कर सकते हैं. उपभोक्ता मंत्रालय की ओर से इस बाबत जारी एक बयान में यह बात कही गई है. यहां बता दें कि होटलों और रेस्टोरेंट्स में 5 परसेंट से लेकर 20 परसेंट तक सर्विस चार्ज लगता था लेकिन सर्विस चार्ज, सर्विस टैक्स नहीं है. सरकार द्वारा दी गई छूट सर्विस चार्ज पर लागू होती है न कि सर्विस टैक्स पर. बता दें कि सर्विस चार्ज होटल या रेस्तरां को मिलता है जबकि सर्विस टैक्स सरकार को मिलता है.