बंधन बैंक ने रविवार को देशभर में 1.43 खातों और 501 शखाओं के साथ पूर्ण बैंक के रूप में कामकाज शुरू कर दिया है। यह देश के अनुमानित 2,000 अरब डॉलर के बैंकिंग उद्योग का नया सदस्य बन गया है।
बंधन ने कहा कि उसने 1.43 करोड़ खातों, 10,500 करोड़ रुपये के ऋण बुक और 19,500 कर्मचारियों के साथ परिचालन शुरू किया है। शुरुआत में 24 राज्यों में इसकी 501 शाखाएं, 2022 सेवा केंद्र व 50 एटीएम हैं।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कोलकाता के साइंस सिटी ऑडिटोरियम में बैंक के परिचालन का उद्घाटन किया। बंधन ने कहा है कि वित्त वर्ष 2015-16 के अंत तक उसका देश के 27 राज्यों में 632 शाखाओं और 250 एटीएम का लक्ष्य है। इस कार्यक्रम में नियामक, नीति निर्माता, वित्तीय और कारपोरेट भारत से दिग्गज शामिल हुए।
बैंक ने कहा कि उसकी 71 प्रतिशत शाखाएं ग्रामीण भारत में होंगी। इनमें से करीब 35 प्रतिशत शाखाएं ऐसे ग्रामीण इलाकों में होंगी जहां बैंकिंग सुविधाएं नहीं हैं।
राज्यवार बात की जाए, तो बैंक की सबसे अधिक 220 शाखाएं पश्चिम बंगाल में हैं। इसके बाद बिहार में 67, असम में 60, महाराष्ट्र में 21, उत्तर प्रदेश व त्रिपुरा में 20-20 और झारखंड में 15 शाखाएं हैं।
कोलकाता मुख्यालय वाले बैंक के दो खंड सूक्ष्म बैंकिंग और सामान्य बैंकिंग हैं और ये पूर्ण खुदरा वित्तीय समाधान की पेशकश करेंगे। इनमें कई प्रकार के बचत व ऋण उत्पाद हैं।
बंधन बैंक के संस्थापक, प्रबंध निदेशक व सीईओ चंद्रशेखर घोष ने कहा, ‘हमारा कारोबार का सिद्धान्त ग्राहक सबसे पहले है। हमारा सार्वभौमिक बैंक और हमारे लिए सभी छोटे बड़े ग्राहक समान हैं। हम भारतीय बैंकिंग क्षेत्र में एक नया दौर लाने को प्रतिबद्ध हैं।’