Byju's ने अपने टर्म लोन-B के कर्जदाताओं के खिलाफ न्यूयॉर्क सुप्रीम कोर्ट में शिकायत दर्ज की है. भारत की एडटेक कंपनी ने नवंबर 2021 में कर्जदाताओं से 1.2 बिलियन डॉलर यानी करीब 9,800 करोड़ का कर्ज ले रखा है, जिसके भुगतान को लेकर मुश्किलों का सामना कर रही है.
ताजा मामले में कंपनी ने कहा है कि जब तक इस शिकायत का हल नहीं हो जाता, तब तक वो कोई और ब्याज भुगतान नहीं करेगी.
Byju's ने 1.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर के टर्म लोन-B (TLB) के एक्सीलरेशन को चुनौती देने और रेडवुड कैपिटल मैनेजमेंट (Redwood Capital Management) को अयोग्य घोषित करने के लिए न्यूयॉर्क सुप्रीम कोर्ट में शिकायत दर्ज कराई है.
'Accelerated Clause' लोन अग्रीमेंट में शामिल एक क्लॉज होता है, जिसमें उधारकर्ता को कुछ शर्तों के तहत तुरंत लोन चुकाना होता है. ये क्लॉज सामान्य तौर पर तब लागू किया जाता है, जब उधारकर्ता भौतिक रूप से कर्ज समझौते का उल्लंघन करता है.
कंपनी ने कहा, 'रेडवुड ने टर्म लोन-B की शर्तों के विपरीत एक महत्वपूर्ण खरीद की है, इसलिए Byju's ने ये निर्णायक कार्रवाई की. रेडवुड के नेतृत्व में कर्जदाताओं द्वारा लूटने वाली रणनीति के बाद कंपनी को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा है.'
Byju's का दावा है कि कर्जदाताओं के इन हथकंडों में कंपनी की संपत्तियां जब्त करने की धमकी देना और कर्ज का जल्द भुगतान करने की मांग भी शामिल थी. बायजू का कहना है कि लेंडर्स ने Byju’s Alpha को अपने नियंत्रण में लेकर वहां अपने प्रबंधन की नियुक्ति कर दी. इसी को ध्यान में रखते हुए एडटेक कंपनी ने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए डेलावेयर में कानूनी कार्यवाही शुरू की है.
कंपनी ने बयान में कहा है कि 3 मार्च को, TLB कर्जदाताओं ने कुछ कथित गैर-मौद्रिक और तकनीकी चूक के कारण TLB को गैरकानूनी रूप से तेज कर दिया था.
Byju's ने कहा है, 'ये देखते हुए कि अब डेलावेयर और न्यूयॉर्क दोनों जगह कानूनी कार्यवाही चल रही है, ये स्पष्ट है कि संपूर्ण TLB विवादित है. इस तरह, हमसे पेमेंट की उम्मीद नहीं की जा सकती है. हमने TLB कर्जदाताओं को किसी भी ब्याज सहित कोई और भुगतान नहीं करने का फैसला किया है, जब तक कि कोर्ट का फैसला नहीं आ जाता.'
Byju's की ये कार्रवाई ब्लूमबर्ग की उस रिपोर्ट के एक दिन बाद सामने आई है, जिसमें 40 मिलियन डॉलर के तिमाही पेमेंट के लिए Byju's के 5 जून की डेडलाइन संकट का सामना करने की बात कही गई थी.
वित्तीय संकट का सामना कर रही बायजूज अपनी सहयोगी कंपनी आकाश एजुकेशन (Aakash Education) के जरिये IPO लाने की तैयारी कर रही है. बायजूज के बोर्ड ने इस IPO के लिए मंजूरी दे दी है और कहा जा रहा है कि अगले साल के मध्य तक कंपनी का IPO आ सकता है.
आकाश एजुकेशन का रेवेन्यु 4,000 करोड़ रुपए के करीब है और वित्त वर्ष 2023-24 में उसका एबिटा 900 करोड़ रुपये का है. देशभर में आकाश के 325 से अधिक एजुकेशन सेंटर हैं, जिनमें 4 लाख ज्यादा स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड हैं.