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बड़ी मुश्किल में Google, अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट की सिफारिश से कंपनी पर आ सकता है संकट

ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा ऑनलाइन सर्च मार्केट में उसके एकाधिकार को कम करने के लिए किया जा सकता है. गूगल के कुछ बिजनेसेज को बेचने का फैसला लिया जा सकता है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी07:20 PM IST, 09 Oct 2024NDTV Profit हिंदी
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गूगल (Google) के बिजनेस को तोड़ा जा सकता है. अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने फेडरल जज को बताया कि वो ये सिफारिश करने पर विचार कर रही है कि गूगल (Google) अपने ऑपरेशंस के कुछ हिस्से को बेच दे. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक ऐसा ऑनलाइन सर्च मार्केट में उसके एकाधिकार (Monopoly) को कम करने के लिए किया जा सकता है.

मंगलवार की एक कोर्ट फाइलिंग में एंटीट्रस्ट एनफोसर्स ने कहा कि जज अमित मेहता अल्फाबेट इंक (Alphabet Inc) की यूनिट को उस डेटा को उपलब्ध कराने का आदेश भी दे सकते हैं, जिसका उसने अपने सर्च रिजल्ट और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोडक्ट्स बनाने के लिए इस्तेमाल किया था.

गूगल से क्या-क्या कहा जा सकता है?

एजेंसी ने फाइलिंग में कहा कि जस्टिस डिपार्टमेंट उन समाधानों पर विचार कर रहा है जो गूगल को क्रॉम, गूगल प्ले और एंड्रॉयड जैसे प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से रोके. 32 पेज के डॉक्यूमेंट में जज के लिए संभावित विकल्पों का एक फ्रेमवर्क पेश किया गया है जिस पर वो विचार कर सकते हैं.

एजेंसी ने कहा कि वो अगले महीने समाधान पर पूरा प्रस्ताव उपलब्ध करेगी. फाइलिंग के बाद नेस्डेक 100 इंडेक्स में करीब 0.3% की गिरावट देखने को मिली.

रिपोर्ट के मुताबिक ये किसी बड़ी टेक कंपनी के एकाधिकार पर लगाम लगाने की बड़ी कोशिश है. इससे दो दशक पहले माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प को तोड़ने की कोशिश की गई थी, जो असफल रही थी.

सर्च टेक्स्ट विज्ञापनों से जुड़े प्रस्ताव भी शामिल

एजेंसी ने कहा कि गूगल को दूसरी टेक कंपनियों के साथ गैर-कानूनी डिस्ट्रीब्यूशन से फायदा मिला है, जिसने उसकी सर्च इंजन को स्मार्टफोन्स और वेब ब्राउजर्ज पर डिफॉल्ट ऑप्शन बना दिया है. गूगल के एंड्रॉयड बिजनेस में ऑपरेटिंग सिस्टम शामिल है जिसका स्मार्टफोन्स, डिवाइसेज और ऐप्स पर इस्तेमाल किया जाता है.

जस्टिस डिपार्टमेंट ने ये भी कहा कि वो ये भी मांग कर सकती है कि गूगल वेबसाइट्स को उनके आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्रोडक्ट्स को नहीं चुनने को लेकर ज्यादा अधिकार दे. एजेंसी ने कहा कि वो सर्च टेक्स्ट विज्ञापनों को लेकर गूगल के प्रभुत्व से जुड़े प्रस्तावों पर विचार कर रही है. कंपनी से कहा जा सकता है कि उन एडवरटाइजर्स को ज्यादा जानकारी और नियंत्रण दे जहां उनके विज्ञापन आते हैं.

एजेंसी ये भी रिक्वेस्ट कर सकती है कि गूगल पर संभावित प्रतिद्वंद्वियों में निवेश करने से प्रतिबंध लगाया जाए. गूगल ने जस्टिस डिपार्टमेंट की फाइलिंग की आलोचना की और कहा कि उससे ग्राहकों, कारोबारों और अमेरिका में प्रतिस्पर्धा पर बड़ा खराब असर पड़ सकता है.

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