कर्नाटक के GST विभाग ने IT सर्विसेज सेक्टर की दिग्गज कंपनी इंफोसिस (Infosys Ltd.) के खिलाफ जारी किया गया 'कारण बताओ नोटिस' वापस ले लिया है. बेंगलुरु बेस्ड सॉफ्टवेयर सर्विसेज प्रोवाइडर कंपनी ने गुरुवार को ये जानकारी दी.
एक्सचेंजों को दिए एक बयान में इंफोसिस ने कहा कि इस मामले पर कंपनी को GST इंटेलीजेंस महानिदेशालय के केंद्रीय प्राधिकरण के पास अपनी प्रतिक्रिया सब्मिट करने को कहा गया था. हालांकि इस मामले में कंपनी ने ज्यादा जानकारी नहीं दी.
इससे पहले बुधवार को इंफोसिस ने बताया था कि 32,403 करोड़ रुपये की इंटीग्रेटेड GST की कथित चोरी के आरोप में कंपनी की जांच की जा रही है. इस जांच के बीच कर्नाटक GST डिपार्टमेंट की ओर से जारी नोटिस वापस लिया जाना कंपनी के लिए थोड़ी राहत की बात है.
इंफोसिस ने भारत के बाहर अपनी विदेशी शाखाएं (Overseas Branches) स्थापित की हैं, जिन्हें IGST अधिनियम 2017 के तहत अलग-अलग संस्थाएं माना जाता है. GST खुफिया महानिदेशालय ने कहा कि इंफोसिस ने भारत से अपने एक्सपोर्ट इनवॉइसेस (Export Invoices) में इन ब्रांचेस की ओर से किए गए खर्चों को शामिल किया और इनके आधार पर रिफंड का कैलकुलेशन किया.
इन आरोपों के जवाब में इंफोसिस ने कहा, 'कंपनी का मानना है कि नियमों के अनुसार, इन खर्चों पर GST लागू नहीं है. इसके अलावा, GST काउंसिल की सिफारिशों पर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के हालिया सर्कुलर के अनुसार, भारतीय संस्थाओं को विदेशी शाखाओं की ओर से दी जाने वाली सेवाएं GST के अधीन नहीं हैं.
इंफोसिस ने दावा किया कि उसने अपने सभी GST बकाये का भुगतान कर दिया है और कंपनी केंद्र और राज्य के नियमों का पूरी तरह से पालन करती है. इसने कहा कि GST भुगतान IT सेवाओं के निर्यात के खिलाफ क्रेडिट या रिफंड के लिए इलिजिबल हैं.
GST नोटिस की खबर सामने आने के बाद इंफोसिस के शेयरों में गुरुवार को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट देखी गई थी और ये 0.8% की गिरावट के साथ 1,852.60 रुपये पर क्लोज हुआ था.
शुक्रवार की सुबह करीब 9:45 बजे कंपनी के शेयर 1.23% की गिरावट के साथ 1829.75 पर कारोबार कर रहे थे, जबकि निफ्टी IT में 1.46% की गिरावट देखी गई.