देश के वित्तमंत्री और पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम ने सरकार की सबसे अहम जांच एजेंसी सीबीआई को लेकर खरी-खरी सुनाई है।
चिदंबरम ने कहा कि स्वायत्तता को लेकर सीबीआई ढोंग करती है और बतौर जांच एजेंसी इसे सरकार की नीतियों के कारणों पर सवाल नहीं उठाना चाहिए।
चिदंबरम ने कहा है कि सीबीआई न ही 'पिंजरे में बंद तोता' है और न ही 'कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन' है।
चिदंबरम ने कहा कि इसका काम नए नियम बनाना नहीं है। साथ ही सीबीआई के कानूनी आधार पर पुनर्विचार जरूरी है। वक्त के साथ बढ़ती चुनौतियों पर जोर देते हुए चिदंबरम का कहना है कि सीबीआई को और बेहतर अधिकारियों की जरूरत है। साथ ही इस जांच एजेंसी की तकनीकी क्षमताएं भी बढ़ाई जानी चाहिए ताकि वह नए तरीके के अपराध और अपराधियों से निबट सकें।