सीबीआई ने 1993-2005 की अवधि में कोयला खानों के आबंटन घोटाले की अपनी जांच के सिलसिले में जिंदल स्टील एंड पावर लि. और कुछ अन्य के खिलाफ कथित धोखाधड़ी तथा भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है।
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने आज कहा कि कोयला खान आबंटन घोटाला मामले में उसकी जांच के सिलसिले में यह 36वीं प्राथमिकी है। वहीं सीबीआई सूत्रों ने कहा कि कथित आपराधिक साजिश तथा धोखाधड़ी को लेकर जिंदल स्ट्रिप्स लि. (अब जिंदल स्टील एंड पावर लि.) तथा अज्ञात सरकारी अधिकारियों के खिलाफ आईपीसी तथा भ्रष्टाचार निरोधक कानून के प्रावधानों के तहत ताजा मामला दर्ज किया गया है।
मामला दर्ज करने के तुरंत बाद एजेंसी ने छत्तीसगढ़ के रायगढ़ में चार स्थानों पर तलाशी ली। सूत्रों के अनुसार मामला गेरे पलमा 4:1 कोयला ब्लॉक जिंदल स्ट्रिप्स लि. तथा जेएसपीएल को आवंटित किए जाने से जुड़ा है। सीबीआई प्रवक्ता ने कहा कि ताजा मामला 26 सितंबर, 2012 को दर्ज प्रारंभिक पूछताछ का नतीजा है।
वहीं कंपनी के प्रवक्ता ने कहा कि जेएसपीएल फिर कहती है कि उसने हर काम देश के कानून के हिसाब से किया है और वह कानून सम्मत तरीके से चलने वाली कंपनी है।
इस कंपनी के खिलाफ झारखंड के बीरभूम जिले के अमरकोंडा मुरदंगला कोयला ब्लॉक के 2008 के अवंटन के मामले में धोखाधड़ी और तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के कथित आरोप में पहले से ही सीबीआई जांच चल रही है। इस मामले में कंपनी के चेयरमैन और कांग्रेस के पूर्व सांसद नवीन जिंदल से पूछताछ की जा चुकी है।