अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस (AESL) राजस्थान पार्ट-I पावर ट्रांसमिशन के तहत एक उच्च मूल्य ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट के लिए प्रेफर्ड बिडर बनकर उभरा है. ये प्रोजेक्ट टैरिफ पर आधारित इस कंपटीटिव बोली के तहत दिया जाएगा. इस ट्रांसमिशन सिस्टम परियोजना में एक अंतरराज्यीय ट्रांसमिशन सिस्टम भी शामिल है. इसे 'चरण-III भाग-I के तहत राजस्थान में REZ (20 गीगावॉट) से बिजली की निकासी के लिए ट्रांसमिशन सिस्टम' भी कहा जाता है.
बिजनेस न्यूजपेपर बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, इसे स्पेशल प्रोजेक्ट व्हीकल (SPV) के जरिए राजस्थान पार्ट- I पावर ट्रांसमिशन लिमिटेड के माध्यम से अमल में लाया जा रहा है.
अगर AESL को ये कॉन्ट्रैक्ट मिल जाता है तो करीब 25,000 करोड़ रुपये वैल्यू का ये प्रोजेक्ट कंपनी के लिए अब तक का सबसे बड़ा ऑर्डर होगा. सितंबर तक, AESL की निर्माणाधीन ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट पाइपलाइन का वैल्यू 27,300 करोड़ रुपये थी, जिसमें 12 प्रोजेक्ट शामिल थे
कुछ अज्ञात कारणों से पिछला दौर रद्द होने के बाद प्रोजेक्ट के लिए टेंडर प्रक्रिया दोबारा शुरू की गई थी. REC पावर डेवलपमेंट एंड कंसल्टेंसी वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक कंपटीटिव बिडर में पावर ग्रिड कॉरपोरेशन, स्टरलाइट पावर ट्रांसमिशन और इंडिया ग्रिड शामिल हैं.
बिजनेस स्टैंडर्ड ने सूत्रों के हवाले से बताया कि इस प्रोजेक्ट में राजस्थान के भादला और उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में 6 गीगावॉट हाई-वोल्टेज डायरेक्ट करंट टर्मिनल स्टेशन लगाने करने के साथ-साथ ट्रांसमिशन लाइनें और दोनों स्टेशनों के बीच एक संबद्ध वैकल्पिक करंट नेटवर्क लगाना भी शामिल है.
AESL आमतौर पर प्रोजेक्ट मिलने के बाद स्टॉक एक्सचेंजों को जानकारी देता है. कंपनी ने ऐसी आखिरी जानकारी नवंबर में दी थी, जब इसने पुणे-III ट्रांसमिशन प्रोजेक्ट के लिए PFC कंसल्टिंग के साथ एक शेयर खरीद समझौते के बारे में बताया था. इस प्रोजेक्ट का मकसद चरण-IV भाग-D के तहत खावड़ा RE पार्क से 7 गीगावॉट रिन्यूएबल बिजली निकालना था.
NSE पर अदाणी एनर्जी का शेयर दिन में करीब 1.30 PM पर हल्की बढ़त के साथ 806 रुपये पर कारोबार कर रहा था. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, इस कंपनी पर नजर रखने वाले सभी 6 विश्लेषकों ने स्टॉक पर 'खरीद' रेटिंग दी है.