अदाणी ग्रीन एनर्जी श्रीलंका में दो विंड पावर प्रोजेक्ट्स के निर्माण से अलग हो गई है. आंतरिक विचार-विमर्श के बाद ये फैसला किया गया है. कंपनी की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि अदाणी ग्रुप की कंपनी ने सीलोन इलेक्ट्रिसिटी (Ceylon Electricity) बोर्ड के अधिकारियों और कोलंबो में मंत्रालय के अधिकारियों के साथ चर्चा की थी.
कंपनी के बयान में कहा गया है कि हालांकि, प्रोजेक्ट के प्रस्ताव पर फिर से बातचीत करने के लिए एक अन्य कैबिनेट की ओर से नियुक्त वार्ता समिति और परियोजना समिति के गठन के साथ, गौतम अदाणी की कंपनी अदाणी ग्रीन एनर्जी ने अलग होने का फैसला किया है.
बयान में कहा गया है कि अदाणी ग्रीन टीमों ने सरकार की ओर से नियुक्त समितियों के साथ कई दौर की चर्चा की. इसमें कहा गया है कि 14 राउंड्स से ज्यादा की चर्चा के बाद पावर परचेज एग्रीमेंट के लिए 20 साल के लिए तय टैरिफ को मंजूरी दी गई. अदाणी ग्रीन ने सभी मंजूरियां और लाइसेंस भी हासिल कर लिया था.
अदाणी ग्रीन एनर्जी ने प्रोजेक्ट्स और संबंधित ट्रांसमिशन सिस्टम के लिए भूमि पर काम किया है. अदाणी ग्रीन ने अब तक प्री-डेवलपमेंट एक्टिविटीज पर लगभग 5 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं.
अदाणी ग्रीन ने पहले श्रीलंका के मन्नार शहर और पूनेरिन गांव में लगभग 6,177 करोड़ रुपये के निवेश पर 484 मेगावाट की कुल स्थापित क्षमता के साथ दो विंड फर्म स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई थी.