24 जनवरी, 2023 शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग के अदाणी ग्रुप पर गंभीर आरोप, इसके बाद 21 नवंबर, 2024 अमेरिकी प्रशासन का अदाणी ग्रुप पर हमला. करीब दो साल के दौरान दो बड़े हमले और अदाणी ग्रुप का इन हमलों से उबर जाना. इन दो हमलों का अदाणी ग्रुप पर क्या असर हुआ, ये दोनों हमले एक दूसरे से कैसे अलग थे, इसे लेकर बर्न्सटीन (Bernstein) ने एक एनालिसिस की है. जिसमें ये बताया गया है अदाणी ग्रुप ने जोखिमों को कैसे काबू पाया और उसमें महत्वपूर्ण सुधार किया.
India Infra: Adani Group - What is different this time? के नाम से जारी इस रिपोर्ट में बर्न्सटीन ने बताया है कि पहले हमले के बाद से इन दो साल के दौरान अदाणी ग्रुप के कर्ज, गिरवी रखे शेयर, वैल्युएशंस और लीवरेज के पैरामीटर्स में जबरदस्त सुधार आया है. साथ ही इस बात की आंकलन किया है कि जोखिम पहले के मुकाबले किस स्तर पर हैं.
बर्न्सटीन अदाणी ग्रुप की तीन कंपनियों अदाणी ग्रीन, अदाणी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट पर अपनी कवरेज करता है. बर्न्सटीन ने बताया है कि ताजा घटनाक्रम के बाद भी उसने अदाणी ग्रुप की इन तीनों कंपनियों की रेटिंग में कोई बदलाव नहीं किया है. बर्न्सटीन ने अदाणी ग्रुप को कई कसौटियों पर परखा है और ये बताया है कि जो जोखिम शॉर्ट सेलर के हमले के दौरान थे, उसमें काफी हद तक सुधार आ चुका है.
बर्न्सटीन ने अपने नोट में कहा हैकि शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों के दौरान गिरवी शेयरों को लेकर बड़ी चिंता जताई गई थी. अब सभी कंपनियों के गिरवी शेयरों में कमी देखने को मिली है. बर्नस्टीन का कहना है कि ये एक ऐसा क्षेत्र है जहां अदाणी ग्रुप ने बीते डेढ़ साल में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं.
बर्न्सटीन ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि अदाणी पावर में गिरवी 25% से घटकर 1% हो गए हैं, जबकि अदाणी पोर्ट्स के 17% गिरवी शेयर थे, जो कि अब जीरो हो चुका है. गिरवी शेयरों को छुड़ाने के मोर्चे पर जहां इतनी बड़ी सफलता मिली है तो दूसरी ओर पूरे ग्रुप में प्रोमोटर्स होल्डिंग भी बढ़ी है. खासतौर पर अंबुजा सीमेंट्स में, जहां वारंट की वजह से प्रोमोटर्स होल्डिंग 63% से बढ़कर 68% हो गई है.
अदाणी ग्रुप ने अपने कर्जों को भी तेजी से कम किया है. बर्न्सटीन ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि शॉर्ट सेलर की घटना के बाद ग्रुप पर ओवरऑल कर्ज घटा है.Ebitda बढ़ने के साथ ही ग्रुप का 'नेट डेट टू Ebitda' तेजी से सुधरा है. मार्च 2023 में नेट डेट टू Ebitda रेश्यो 4.4 हुआ करता था, जो कि सितंबर 2024 में सुधरकर 2.7 पर आ चुका है. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि काम तेजी से बढ़ने के साथ ही मुनाफे में सुधार हुआ है. अदाणी ग्रुप ने बीते कुछ वर्षों में पैसे जुटाने के लिए बैंकों से कर्ज लेने की बजाय बॉन्ड्स के जरिए पैसे जुटाने का रास्ता अपनाया है.
पिछली बार अदाणी ग्रीन को अपने कर्ज का एक बड़ा हिस्सा FY25 में चुकाना था, जिसमें 75 करोड़ डॉलर होल्डको बॉन्ड भी शामिल था, जो इस घटना में तेजी से गिर गया था. बर्न्सटीन का कहना है कि कर्ज चुकाने का कार्यक्रम अब कहीं ज्यादा संतुलित है. कंपनी के पास 5,900 करोड़ रुपये का कैश है, इसलिए इस बार ये चिंता का विषय नहीं लगता है.
अमेरिकी प्रशासन के ताजा हमले के बाद से अदाणी ग्रुप के शेयरों में जरबदस्त तेजी देखने को मिली है. 21 नवंबर को ये आरोप लगाए गए थे, जिसके बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में गिरावट देखने को मिली थी, लेकिन बीते पांच ट्रेडिंग सेशन में अदाणी ग्रुप के शेयरों ने जो रफ्तार पकड़ी है, वो 40% से ज्यादा ऊपर चढ़ चुके हैं.
अदाणी ग्रुप का मार्केट कैप 22 नवंबर को गिरकर 11 लाख करोड़ रुपये तक चला गया था, लेकिन मार्केट कैप की गिरावट पूरी तरह से रिकवर हो चुकी है. 19 नवंबर को अदाणी ग्रुप की 10 कंपनियों का मार्केट कैप 13.15 लाख करोड़ रुपये था. आज मंगलवार को मार्केट कैप 14 लाख करोड़ रुपये के पार है.