बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि अगर मुश्किल समय में भी आप अपने सिद्धांतों से समझौता ना करें और अपने कर्तव्य पर फोकस करें तो इतिहास आपको हमेशा याद रखता है. अदाणी ग्रुप ने पिछले डेढ़ साल में इस कहावत की ही मिसाल पेश की है. चाहे शॉर्टसेलर का अटैक हो या US जस्टिस डिपार्टमेंट की तरफ से लगाए गए आरोप, अदाणी ग्रुप ने इन सब के सामने बस एक ही स्ट्रैटेजी रखी- अपने कोर कारोबार पर फोकस किया और आरोपों के सामने तथ्यों को रखकर उन्हें खारिज किया.
अदाणी ग्रुप ने अपनी FY25 की पहली छमाही के लिए पोर्टफोलियो अपडेट जारी किया है जिसमें ग्रुप ने न सिर्फ बिजनेस की ग्रोथ के मजबूत आंकड़े पेश किए हैं बल्कि क्रेडिट को लेकर ग्रुप के अनुशासन को भी निवेशकों के सामने रखा है. अदाणी ग्रुप ने अपनी छमाही रिपोर्ट में बताया है कि ग्रुप के ऊपर जो कुल कर्ज है वो कुल EBITDA के 2.5 गुना से भी कम है. डेट-टू-EBITDA के लिए जो बेंचमार्क रेश्यो है वो 2.5x से 3.5x का है.
बिजनेस में स्थिरता
अदाणी ग्रुप ने रिपोर्ट में बताया है कि अदाणी ग्रुप ने 60% से ज्यादा इक्विटी को एसेट बनाने और खरीदने में लगाया है. एसेट में ज्यादा निवेश करना ग्रुप की स्थिरता को दिखाता है.
फंडिंग रिस्क कम
अदाणी ग्रुप की फंडिंग का सोर्स डायवर्सिफायड है यानी कई सोर्सेज से अदाणी ग्रुप अपने बिजनेस के लिए फंड इकट्ठा करती है. बिजनेस के लिहाज से देखा जाए तो जिस बिजनेस में जितने ज्यादा फंड के सोर्सेज होते हैं वहां रिस्क उतना ही कम होता है. मार्च 2016 में जहां ग्रुप की फंडिंग के 3 ही बड़े सोर्स थे- PSU बैंक, प्राइवेट बैंक और बॉन्ड. साल 2024 में फंडिंग के 8 बड़े सोर्सेज हैं जिनमें ग्लोबल इंटरनेशनल बैंक भी शामिल हैं.
बेंचमार्क से भी कम डेट-टू-EBITDA रेश्यो
अदाणी ग्रुप ने अपनी छमाही रिपोर्ट में बताया है कि ग्रुप के ऊपर जो कुल कर्ज है वो कुल EBITDA के 2.5 गुना से भी कम है. डेट-टू-EBITDA के लिए जो बेंचमार्क रेश्यो है वो 2.5x से 3.5x का है. ये दिखाता है कि ग्रुप की कर्ज चुकाने की क्षमता काफी बेहतर है.
कॉन्ट्रैक्ट से हो रही है ज्यादातर आय
छमाही रिपोर्ट में ग्रुप ने बताया है कि कुल आय का 70% हिस्सा कॉन्ट्रैक्ट्स से है. इसका मतलब ये है कि ग्रुप के पास कॉन्ट्रैक्ट से होने वाली आय का हिस्सा काफी बड़ा है और ये ग्रुप के कारोबार में विजिबिलिटी को दिखाता है.
अच्छा कैश रिजर्व
किसी बिजनेस के क्रेडिट रिस्क को समझने के लिए उसका कैश रिजर्व देखना काफी अहम होता है. अदाणी ग्रुप ने अपनी छमाही रिपोर्ट में बताया है कि जो कुल कर्ज ग्रुप के ऊपर है उसके मुकाबले ग्रुप का कैश रिजर्व 20% से ज्यादा है .
मजबूत प्रोमोटर होल्डिंग
किसी कंपनी में प्रोमोटर्स की होल्डिंग उसकी बिजनेस में दिलचस्पी और ग्रोथ को लेकर भरोसे को भी दिखाता है. अदाणी ग्रुप ने इस रिपोर्ट में बताया है कि किन-किन कंपनियों में अदाणी परिवार की हिस्सेदारी कितनी है. उदाहरण के तौर पर अदाणी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज में अदाणी परिवार की हिस्सेदारी 74.89% है. अदाणी पोर्ट में अदाणी परिवार की हिस्सेदारी 65.89% है. इसी तरह एनर्जी और अन्य बिजनेस में भी अदाणी परिवार की हिस्सेदारी काफी मजबूत है जो ये दिखाती है कि बिजनेस की ग्रोथ को लेकर प्रोमोटर्स पूरी तरह आश्वस्त हैं.