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विझिंजम पोर्ट पर अगले 5 साल में करेंगे 20,000 करोड़ रुपये का निवेश: करण अदाणी

अदाणी ग्रुप का विझिंजम पोर्ट भारत का पहला मेगा ट्रांसशिपमेंट कंटेनर टर्मिनल है और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट्स से स्ट्रैटेजिक रूप से केवल 10 समुद्री मील की दूरी पर है.
NDTV Profit हिंदीमोहम्मद हामिद
NDTV Profit हिंदी04:05 PM IST, 12 Jul 2024NDTV Profit हिंदी
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'आज का दिन ऐतिहासिक है, आज वो दिन है जो एक बहुत लंबे इंतजार के अंत का प्रतीक है, विझिंजम पोर्ट और भारत के लिए 33 साल का इंतजार आज खत्म हुआ है' ये शब्द हैं अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (Adani Ports and Special Economic Zone Ltd.) के मैनेजिंग डायरेक्टर करण अदाणी के. मौका था विझिंजम पोर्ट पर आए विशालकाय मदरशिप सैन फ्रर्नांडो के स्वागत समारोह का. जिसमें केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भी शामिल थे, उन्होंने इस मदरशिप का विझिंजम पोर्ट पर औपचारिक रूप से स्वागत सत्कार किया.

5 साल में करेंगे 20,000 करोड़ रुपये का निवेश

विझिंजम पोर्ट एक ट्रांसशिपमेंट पोर्ट, जिसे एक बड़े पैमाने पर पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के जरिए बनाया गया है और इस पर मार्च 2029 तक अदाणी पोर्ट्स की ओर से कुल 20,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा.

करण अदाणी ने कहा कि पोर्ट के पहले चरण का काम तय समय से पहले पूरा कर लिया जाएगा, हमारे पास पहले से ही 600 मीटर ऑपरेशनल लंबाई है और हम कार्गो के लिए 7,500 कंटेनर यार्ड स्लॉट तैयार कर रहे हैं. जबकि हमें पहले चरण में 10 लाख TEUs संभालने की उम्मीद है. हमें भरोसा है कि हम 15 लाख TEUs को संभालेंगे.

भारत का पहला मेगा ट्रांसशिपमेंट कंटेनर टर्मिनल

विझिंजम पोर्ट को अदाणी ग्रुप ने बनाया है, ये पोर्ट कोवल समुद्र तट के पास है. इसने Maersk के एक शिप 'सैन फर्नांडो' का स्वागत किया, जिसमें 2,000 से ज्यादा कंटेनर थे. करण अदाणी ने कहा कि ये भारतीय समुद्री इतिहास में एक नई, गौरवशाली उपलब्धि का प्रतीक है.' उन्होंने कहा कि ये जहाज हजारों बहुत बड़े कंटेनर जहाजों में से पहला है जो आने वाले वर्षों में इस बंदरगाह पर खड़े होंगे.

अदाणी ग्रुप का विझिंजम पोर्ट भारत का पहला मेगा ट्रांसशिपमेंट कंटेनर टर्मिनल है और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय शिपिंग रूट्स से स्ट्रैटेजिक रूप से केवल 10 समुद्री मील की दूरी पर है. इसमें 20-24 मीटर का प्राकृतिक बहाव है, जो इसे भारत के सबसे गहरे बंदरगाहों में से एक बनाता है. ये गहराई बड़े पैमाने पर ड्रेजिंग की जरूरत को खत्म कर देती है. जिससे बड़े कंटेनर जहाजों को आसानी से खड़ा किया जा सकता है.

करण अदाणी ने कहा कि अक्टूबर 2023 से, सात मालवाहक जहाज पोर्ट पर आए हैं. इसकी क्षमताओं को जांच रहे हैं और अब मशीनरी को लगा रहे हैं. अदाणी पोर्ट्स के एम डी ने कहा कि पोर्ट में आठ जहाज-से-किनारे क्रेन और 23 ब्रैकट रेल-माउंटेड गैन्ट्री क्रेन सहित एडवांस्ड टेक्नोलॉजी हैं. भारत में किसी दूसरे पोर्ट- जिसमें हमारा अपना अत्यधिक एडवांस मुंद्रा पोर्ट भी शामिल है, उसके पास भी ये क्रेन या टेक्नोलॉजी नहीं है.

5,500 से ज्यादा रोजगार

अदाणी ग्रुप ने ये भी घोषणा की कि वो एंसिलरी डेवलपमेंट की भी योजना बना रहा है. जिसमें एक आधुनिक मछली पकड़ने का पोर्ट, बंकरिंग सुविधाएं, एक आउटर रिंग रोड, एक सी फूड पार्क, क्रूज टूरिज्म फैसिलटी और एक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर शामिल है. इससे विझिंजम में 5,500 से ज्यादा डायरेक्टर या इनडायरेक्ट रोजगार पैदा होने का अनुमान है.

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