देश के सबसे बड़े पोर्ट डेवलपर और ऑपरेटर, अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) ने गुजरात के कांडला में दीनदयाल पोर्ट पर 13 नंबर बर्थ को डेवलप करेगी. इसे मल्टीपर्पज यानी बहुउद्देशीय बनाया जाएगा.
इसके लिए अदाणी ग्रुप की कंपनी ने दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी (DPA) के साथ कंसेशन एग्रीमेंट यानी रियायती समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं.
APSEZ ने एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी, DPA कंटेनर एंड क्लीन कार्गो टर्मिनल (DPACCCTL) का गठन किया है, जो बर्थ को ऑपरेट करेगी.
करीब 2 महीने पहले जुलाई 2024 में, APSEZ को 30 साल की रियायत अवधि के लिए इस बर्थ के डेवलपमेंट, ऑपरेशन और मेंटेनेंस के लिए LOI (Letter of Intent) प्राप्त हुआ था.
APSEZ, कंटेनर कार्गो सहित मल्टीपर्पज क्लीन कार्गो के लिए DBFOT (डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ऑपरेशन और ट्रांसफर) मॉडल के तहत बर्थ को डेवलप करेगी.
कांडला के दीनदयाल पोर्ट का 13 नंबर बर्थ करीब 300 मीटर लंबा है और सालाना 5.7 MMT कैपिसिटी प्रोवाइड करता है. इसे वित्त वर्ष 27 में चालू किए जाने की संभावना है.
बर्थ नंबर 13 दीनदयाल पोर्ट पर हमारी मौजूदगी में डायवर्सिटी लाएगा. अब हम पोर्ट पर बहुउद्देशीय स्वच्छ कार्गो संभालेंगे. साथ ही हम पहले से ही ड्राई बल्क कार्गो भी संभाल रहे हैं. बर्थ पश्चिमी तट पर हमारी स्थिति को और मजबूत करेगा. ये गुजरात और उत्तर भारत में सर्विस देने की हमारी क्षमता को बढ़ाएगा.अश्विनी गुप्ता, पूर्णकालिक निदेशक और CEO, APSEZ
देश के पूर्वी तटों पर 8 और पश्चिमी तटों पर 7 पोर्ट्स के साथ APSEZ देश का सबसे बड़ा पोर्ट डेवलपर और ऑपरेटर है. पश्चिमी तट की बात करें तो इनमें गुजरात में मुंद्रा, टूना, दाहेज और हजीरा, गोवा में मोरमुगाओ, महाराष्ट्र में दिघी और केरल में विझिंजम पोर्ट शामिल हैं जबकि पूर्वी तट पर पश्चिम बंगाल में हल्दिया, ओडिशा में धामरा और गोपालपुर, आंध्र प्रदेश में गंगावरम और कृष्णपट्टनम, तमिलनाडु में कट्टुपल्ली और एन्नोर और पुडुचेरी में कराईकल पोर्ट शामिल हैं. देश के कुल पोर्ट्स वॉल्यूम्स में इनकी 27% हिस्सेदारी है.
देश के बाहर की बात करें तो APSEZ, इजरायल में हाइफा पोर्ट और तंजानिया के दार एस सलाम पोर्ट में कंटेनर टर्मिनल 2 का संचालन करती है. कंपनी श्रीलंका के कोलंबो में एक ट्रांसशिपमेंट पोर्ट भी विकसित कर रही है.