अदाणी पावर (Adani Power Ltd.) अब अपनी क्षमता को 9,020 MW तक बढ़ाने जा रही है. देश की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर प्रोड्यूसर कंपनी अदाणी पावर ने ईंधन लागत में सुधार की वजह से EBITDA में 96% की बढ़ोतरी दर्ज की है.
अदाणी पावर की मौजूदा बिजली उत्पादन क्षमता 16,850 MW है और अतिरिक्त 1,600 MW का निर्माण पहले से ही चल रहा है. कंपनी ने 9,020 MW तक का ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक क्षमता विस्तार का प्रस्ताव रखा है.
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि 1,600 MW के गोड्डा अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट के चालू होने के साथ, अदाणी पावर ने अपनी ऑपरेटिंग कैपिसिटी 12% बढ़ाकर 15,250 MW कर ली है. गौतम अदाणी ने साल 2023 को 'किसी भी दूसरे वर्ष से अलग' कहा. इस प्लांट को वित्त वर्ष 2028 में शुरू किया जाना है.
कंपनी प्रस्तावित अधिग्रहणों के अलावा, अगले कुछ वर्षों में 4,800 MW की ब्राउनफील्ड क्षमता जोड़ने की भी योजना बना रही है, जिससे उनकी कुल क्षमता 24,270 MW हो जाएगी. इसकी छत्तीसगढ़ के रायगढ़ पावर प्लांट में 1,600 MW का एक और प्रोजेक्ट शुरू करने की योजना है.
उनकी मजबूत ग्रोथ और विस्तार की योजनाओं का श्रेय जनसंख्या विस्तार और शहरीकरण के रुझान को दिया जाता है, क्योंकि भारत की बिजली की मांग FY24 में एक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुकी है. ऑपरेशंस से मजबूत कैश फ्लो और रेगुलेटरी प्राप्तियों की वजह से कंपनी को लेवरेज कम करने में मदद मिली, जिससे साल के दौरान क्रिसिल और इंडिया रेटिंग्स ने अपनी क्रेडिट रेटिंग को सुधारकर 'A' से 'AA-' में बदला.
अदाणी पावर ने इस दौरान स्वच्छ और ज्यादा क्षमता के कोयला आधारित बिजली प्लांट्स के लिए नई टेक्नोलॉजी में भी निवेश किया. बिजली की कुल मांग 7.5% बढ़कर 1,626 बिलियन यूनिट हो गई, जबकि देश में बिजली की पीक डिमांड सितंबर 2023 में 243.27 GW की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई.