अदाणी पावर ने 5000 करोड़ रुपये जुटाने का फैसला लिया है. ये फंड NCDs या पब्लिक इश्यू से जुटाए जाएंगे, या फिर दोनों का इस्तेमाल किया जाएगा. पैसे जुटाने के तरीके पर 28 अक्टूबर को बोर्ड की बैठक में फैसला किया जाएगा. एक्सचेंज फाइलिंग में दी गई जानकारी के मुताबिक ये फंड एक या कई किस्तों में जुटाया जा सकता है.
बता दें कंपनी तेजी से विस्तार कर रही है. सितंबर में अदाणी पावर ने एक कंसोर्शियम के जरिए 3,335.52 करोड़ रुपये में तमिलनाडु स्थित कोस्टल एनर्जीन (CEPL) का अधिग्रहण पूरा किया था.
दरअसल CEPL का IBC के तहत NCLT से मंजूरी मिलने के बाद अधिग्रहण किया गया था. तमिलनाडु के तूतीकोरिन में स्थित 1,200 मेगावाट के थर्मल पावर प्लांट ऑपरेट करती है. मौजूदा समय में ये प्लांट लॉन्ग टर्म पावर परचेज एग्रीमेंट के तहत स्टेट डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी TANGEDCO को 558 मेगावाट बिजली की आपूर्ति करती है.
इससे पहले NCLT ने दिवालिया लैंको अमरकंटक पावर के अधिग्रहण की मंजूरी अदाणी पावर को दी थी. ये डील डील 4,101 करोड़ रुपये में हुई थी.
अदाणी पावर भारत की सबसे बड़ी निजी थर्मल पावर प्रोड्यूसर कंपनी है. ऑफिशियल वेबसाइट के मुताबिक अदाणी पावर के पास 15,250 MW की पावर जनरेशन कैपेसिटी है. गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और झारखंड में कंपनी के थर्मल पावर प्लांट मौजूद हैं.