एयर इंडिया ग्रुप ने अपने लो कॉस्ट कैरिअर, एयर इंडिया एक्सप्रेस और AIX कनेक्ट प्राइवेट (पहले एयरएशिया इंडिया) का विलय पूरा कर लिया है. ये विलय एयर इंडिया के Vihaan.AI ट्रांसफॉर्मेशन कार्यक्रम के तहत रीस्ट्रक्चरिंग का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य अपनी चार एयरलाइनों को दो में कंसोलिडेट करना है. टाटा समूह समूह 12 नवंबर तक विस्तारा का एयर इंडिया में विलय करने की भी तैयारी कर रहा है.
एयर इंडिया एक्सप्रेस और AIX कनेक्ट के इंटीग्रेशन में ऑपरेशनल मैनुअल को लागू करना, विमान ट्रांसफर करना और संचालन, सुरक्षा और रखरखाव से संबंधित आवश्यक अप्रूवल प्राप्त करना शामिल है. इस प्रक्रिया की देखरेख DGCA, नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) और नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) ने की है.
DGCA के डायरेक्टर विक्रम देव दत्त ने नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में एयर इंडिया एक्सप्रेस के MD आलोक सिंह को अपडेटेड एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) सौंपा. दत्त ने विलय की जटिलताओं को स्वीकार किया और DGCA के निरंतर निगरानी के महत्व पर जोर दिया.
कंपनी के MD आलोक सिंह ने कहा कि एक साल पहले शुरू हुए इंटीग्रेशन से दोनों कंपनियों को सफलतापूर्वक एक ब्रांड के दायरे में लाया गया है. एयर इंडिया के CEO और एयर इंडिया एक्सप्रेस के चेयरमैंन कैंपबेल विल्सन ने विलय को एयर इंडिया की ट्रांसफॉर्मेशन योजना में एक महत्वपूर्ण कदम बताया, जिसमें हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है.
एयर इंडिया एक्सप्रेस अब 88 विमानों के बेड़े का संचालन करती है, वित्तीय वर्ष के अंत तक 100 से अधिक विमानों तक विस्तार करने की योजना है. एयरलाइन ने अपने मार्गों का विस्तार 74 से 171 तक कर दिया है, जिससे 2022 में टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया का अधिग्रहण करने के बाद से यात्री संख्या में काफी ग्रोथ हुई है.