मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एक्जिक्यूटिव ऑफिसर गिरीश कौसगी के अचानक इस्तीफे के बाद, PNB हाउसिंग फाइनेंस के शेयरों में शुक्रवार को 15.43% की भारी गिरावट आई और ये चार महीने से ज़्यादा समय के अपने सबसे निचले स्तर और निचली सर्किट सीमा पर पहुंच गया. ये भारी गिरावट नेतृत्व की अनिश्चितता को लेकर चिंताओं को दर्शाती है.
एक रेगुलेटरी फाइलिंग में, कंपनी ने बताया कि उसके बोर्ड ने कौसगी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, जो 28 अक्टूबर से प्रभावी होगा. मौजूदा CEO ने पने लिए नए अवसरों की तलाश को अपने इस्तीफे का कारण बताया. कौसगी ने अपने त्यागपत्र में कहा, "प्रबंधन टीम कंपनी के विज़न को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह तैयार है और मैं एक सुचारु बदलाव सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हूं"
कौसगी उसी दिन से PNB हाउसिंग फाइनेंस की सहायक कंपनियों, PHFL होम लोन्स एंड सर्विसेज लिमिटेड और PEHEL फाउंडेशन के बोर्ड में अपनी भूमिकाओं से भी इस्तीफा दे देंगे.
अक्टूबर 2022 में कंपनी के बोर्ड में नियुक्त किए गए कौसगी वित्तीय सेवाओं में दो दशकों से अधिक का अनुभव लेकर आए थे. उनके पिछले कार्यकालों में कैन फिन होम्स, टाटा कैपिटल फाइनेंशियल सर्विसेज, IDFC बैंक और ICICI बैंक में लीडरशिप भूमिकाएं शामिल हैं.
शेयर 15.43% गिरकर 834 रुपये प्रति शेयर पर आ गए. इसकी तुलना में एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स में 0.31% की गिरावट आई है.
इस गिरावट के बाद पिछले 12 महीनों में इसकी बढ़ोतरी घटकर 3.03% पर आ गई है. आज तक कुल कारोबार की मात्रा 30-दिवसीय औसत से 16 गुना अधिक रही.
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, कंपनी पर नजर रखने वाले 14 विश्लेषकों में से 13 ने 'खरीदें' रेटिंग बनाए रखी है और एक ने 'होल्ड' की सिफारिश की है. औसत 12-माह का सर्वसम्मति मूल्य लक्ष्य 46.2% की वृद्धि दर्शाता है.