Byju's के फाउंडर बायजू रवींद्रन (Byju's Raveendran) का कहना है कि अगर कंपनी के खिलाफ दिवालिया कार्रवाई होती है तो बायजूज को बंद करने की नौबत आ जाएगी. रवींद्रन ने कोर्ट में ये बातें कही हैं.
रवींद्रन के मुताबिक, 'दिवालिया कार्रवाई शुरू करने से हजारों कर्मचारी कंपनी छोड़ना शुरू कर देंगे, जिससे बायजूज की सर्विसेज बंद हो जाएंगी. आखिरकार इससे कंपनी बंद हो जाएगी.'
दरअसल बायजूज के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया शुरू करने के लिए BCCI ने याचिका लगाई थी, जिसे NCLT बेंगलुरू ने मंजूरी दे दी है. मतलब अब बायूजज के खिलाफ इनसॉल्वेंसी का केस चलेगा.
ये पूरा मामला 158 करोड़ रुपये के बकाए से जुड़ा है. BCCI ने बायजूज से वसूली के लिए पिछले साल सितंबर में याचिका दाखिल की थी. यहां बायजूज समझौता करने के लिए नए रास्ते तलाश रही है. कंपनी लगातार BCCI से सौहार्द्रपूर्ण तरीके से रास्ता निकालने की अपील कर रही है, लेकिन BCCI का इस तरफ जाने का कोई रुख नहीं है.
बता दें बीते डेढ़ साल से बायजूज लगातार कानूनी दांवपेंच और अन्य विवादों में उलझी है. कभी 22 बिलियन डॉलर का वैल्यूएशन रखने वाली बायजूज का हाल में इन्वेस्टमेंट फर्म ब्लैकरॉक ने वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर लगाया था.
सिर्फ वैल्यूएशन ही नहीं, कर्मचारियों की छंटनी, सैलरी विवाद, निवेशकों के साथ कानूनी दांव पेंच, काम करने के तरीके और कॉरपोरेट गवर्नेंस से जुड़े मसलों में भी कंपनी फंसी रही है.
इस बीच प्रोसस, जनरल अटलांटिक, सोफिना और पीक XV पार्टनर्स के अलावा कई बड़े निवेशकों ने वित्तीय कुप्रबंधन और कुप्रशासन का आरोप लगाते हुए NCLT के खिलाफ कानूनी मुकदमे दायर कर रखे हैं.