अर्न्स्ट एंड यंग (Ernst & Young) की भारतीय यूनिट की लीडरशिप को हाल ही में एक मृतक कर्मचारी की मां ने चिट्ठी लिखी, जिसके बाद सोशल मीडिया पर बड़ा बवाल खड़ा हो गया. 26 साल की एना सेबेस्टियन पेरायील (Anna Sebastian Perayil) की मां अनीता ऑगस्टीन (Anita Augustine) ने EY इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को चिट्ठी लिखी जिसमें उन्होंने कंपनी के पुणे दफ्तर में खराब वर्क कल्चर का जिक्र किया.
चिट्ठी में जिक्र किया गया है कि एना को उनके सीनियर्स ने जरूरत से ज्यादा काम कराया. उन्हें अतिरिक्त घंटे और वीकेंड पर भी काम करने का दबाव डाला गया, जिससे उनकी मौत हो गई. चिट्ठी की कॉपी सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हुई. हालांकि NDTV Profit को उनके माता-पिता से प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
एना की मां ने अपने खत में लिखा कि वो EY में बिना थके काम करती रहती थी. जबकि काम के दबाव, नए माहौल और लंबे घंटों ने उन्हें शारिरिक, मानसिक और भावनात्मक तौर पर प्रभावित किया.
वो कोच्चि की रहने वालीं थीं और उन्होंने मार्च में ही EY ग्लोबल की मेंबर फर्म SR Batliboi के पुणे दफ्तर की ऑडिट टीम में जॉइन किया था. जुलाई में कार्डियक अरेस्ट की वजह से उनकी मौत हो गई थी.
चिट्ठी में एना के काम को लेकर भी जिक्र किया गया है. उसके मुताबिक उनका मैनेजर क्रिकेट मैच के दौरान मीटिंग को रिशेड्यूल करता था और उन्हें दिन के आखिर में काम देता था. उनकी मां के मुताबिक इससे एना के लिए पहले से भारी वर्कलोड और बढ़ जाता था.
जब एना ने ऑडिट टीम जॉइन किया था, उस समय उन्हें चेताया और समझाया गया था कि बहुत से अन्य कर्मचारियों ने ज्यादा काम के दबाव और तनाव की वजह से टीम छोड़ दी है. उन्हें कहा गया कि वो टीम में बनीं रहें और टीम को लेकर सभी लोगों के विचारों को बदल दें. वो अक्सर इतना थककर घर पहुंचती थी कि वो सोने से पहले कपड़े भी नहीं बदल पाती थी.
उनकी मां ने EY के ह्यूमन राइट्स स्टेटमेंट का भी जिक्र किया. स्टेटमेंट में लिखा गया है कि सभी लोगों को अधिकार है कि वो शारीरिक और मानसिक तौर पर सुरक्षित काम के माहौल में काम करें.
मामले की जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति के मुताबिक EY में मौजूदा और पिछले सीनियर लीडर्स मामले को लेकर चर्चा कर रहे हैं. बहुत से लोगों ने इसकी ओर इशारा किया है कि वर्क कल्चर में थोड़ी राहत मिलनी चाहिए जिससे कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जा सके.
मेमानी सीधे मामले को देख रहे हैं. HR आंतरिक तौर पर मामले की जांच कर रहा है. हालांकि ये बात साफ नहीं है कि एना की मौत के दो महीने बाद जांच क्यों की जा रही है.
EY के एक प्रवक्ता ने बुधवार को एक बयान में तहा था कि उनका करियर इस तरह से दुखद तरीके से बीच में ही खत्म हो गया, ये बड़ी क्षति है. जहां परिवार के नुकसान की कोई भरपाई नहीं कर सकता, हमने सभी मदद उपलब्ध कराई है जैसा हम ऐसे तनाव के समय में हमेशा करते हैं और करते रहेंगे.
वहीं केंद्र सरकार ने भी अब इस पर जांच शुरू कर दी है. केंद्रीय श्रम मंत्रालय का कहना है कि उसने शिकायत ले ली है और वो उन हालातों को लेकर जांच करेगी, जिनकी वजह से एना सेबेस्टियन पेरायील की मौत हुई.
केंद्रीय श्रम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने X पर एक पोस्ट में लिखा कि 'एना सेबेस्टियन पेरायील की दुखद मौत से बहुत दुखी हूं. असुरक्षित और शोषक काम के माहौल को लेकर लगाए गए आरोपों की पूरी तरह से जांच की जा रही है. हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और श्रम मंत्रालय ने शिकायत को आधिकारिक तौर पर ले किया है.'
श्रम राज्य मंत्री BJP नेता राजीव चंद्रशेखर के पोस्ट का जवाब दे रहीं थीं. उन्होंने एना की मौत को बहुत दुखी करने वाला और परेशान करने वाला बताया था. उन्होंने परिवार के आरोपों की भी जांच की मांग की थी.
इसके अलावा राज्यसभा सांसद और TMC सांसद ने X पर मामले पर पोस्ट किया. उन्होंने कहा, 'अनीता ऑगस्टीन का खत पढ़कर बहुत परेशान और चिंतित हूं. उन्होंने इसमें बताया कि उनकी बेटी एना सेबेस्टियन पेरायील की कैसे उनकी कंपनी में खराब काम के माहौल में ओवरवर्क करने से मौत हो गई.' उन्होंने कहा कि इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता है.