GMR एयरपोर्ट्स इंफ्रास्ट्रक्चर ने Fraport's फ्रैंकफर्ट एयरपोर्ट सर्विसेज वर्ल्डवाइड से दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट में 10% हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है.
इस अधिग्रहण के बाद दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट को चलाने वाली कंपनी DIAL में GIL की कुल हिस्सेदारी मौजूदा 64% से बढ़कर 74% हो जाएगी. इस डील के बाद दिल्ली एयरपोर्ट पर कंपनी का नियंत्रण और मजबूत होगा. एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया अपने पास 26% इक्विटी की हिस्सेदारी जारी रखेगी. GIL और Fraport's के बीच शेयर पर्चेज एग्रीमेंट के तहत ये डील 126 मिलियन डॉलर में हुई. Fraport's अपनी हिस्सेदारी तो बेच देगा लेकिन एयरपोर्ट ऑपरेटर एग्रीमेंट के तहत एयरपोर्ट ऑपरेटर के रूप में काम करता रहेगा. AAI और GIL के शेयरधारकों से मंजूरी मिलने और डील की शर्तें पूरी होने के बाद लेनदेन 180 दिनों में पूरा होने की उम्मीद है.
GIL एक ग्लोबल कंपनी है, इसका पूरा नाम GMR Airports Infrastructure Limited है. ये कंपनी एयरपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़ी है और ये सस्टेनेबल एयरपोर्ट ऑपरेशन में सुविधाएं देती है.
GMR ग्रुप के कॉरपोरेट चेयरमैन किरण कुमार ग्रांधी ने प्रेस रिलीज में कहा
DIAL में अतिरिक्त हिस्सेदारी हासिल करना हमारे ग्रुप के कोर एसेट्स में मजबूत स्थिति बनाने के लक्ष्य के हिसाब से है. ये कदम दिखाता है कि दिल्ली एयरपोर्ट हमारे ग्रुप के एसेट्स में कितना महत्वपूर्ण है. Fraport हमेशा से हमारे महत्वपूर्ण शेयरधारकों में से एक रहा है और हमारी एयरपोर्ट जर्नी में पार्टनर रहा है. Fraport ने एयरपोर्ट ऑपरेटर के रूप में दिल्ली एयरपोर्ट को महत्वपूर्ण टेक्निकल सहायता दी है, GMR ग्रुप में बिजनेस चेयरमैन (एयरपोर्ट) जी.बी.एस. राजू ने कहा कि Fraport के पास DIAL में 10% हिस्सेदारी है, इसलिए लेनदेन की प्रक्रिया सेबी के नियमों के तहत पूरी होगी.