US DoJ द्वारा लगाए आरोपों के बीच GQG पार्टनर्स ने अदाणी ग्रुप के साथ अपना समर्थन जताया है. फर्म ने स्पष्ट कहा है कि अदाणी ग्रुप में निवेश की संभावनाओं के नजरिए में कोई बदलाव नहीं किया गया है. साथ ही DoJ के एक्शन का कंपनियों के बिजनेस पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
एक स्टेटमेंट में GQG पार्टनर्स ने कहा, 'हम उन कंपनियों के फंडामेंटल्स पर भरोसा करते हैं, जिनमें हमने निवेश किया है. हमारी टीम उन सभी कंपनियों पर रिसर्च करती रही है और स्थिति के हिसाब से उनका पुनर्मूल्यांकन करना जारी रखती है. ऐसा हम अपने सभी निवेश के साथ करते हैं. फिलहाल हमनें अदाणी ग्रुप में निवेश की संभावनाओं पर अपना नजरिया नहीं बदला है.'
इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी ने भारत के लिए अदाणी ग्रुप की कंपनियों को बेहद अहम करार देते हुए कहा, 'दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल भारत के लिए ये कंपनियां बेहद क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मैनेज करती हैं. हमें लगता है कि ग्रुप की हर एक कंपनी भविष्य के लिए बेहतर स्थिति में है. ज्यादातर मामलों में ये सर्विसेज लॉन्ग टर्म कॉन्ट्रैक्ट वाले हैं. DOJ के एक्शन का ग्रुप के बिजनेस पर कोई खास असर नहीं होगा'
21 नवंबर गुरुवार तक GQG का अदाणी ग्रुप में 8.1 बिलियन डॉलर का निवेश है, जो कुल एसेट्स (156.7 बिलियन डॉलर) का 5.2% है. जबकि 19 नवंबर को ये वैल्यू (आरोपों से पहले) करीब 9.7 बिलियन डॉलर थी. ये कुल एसेट्स का 6.1% था.
21 नवंबर तक अदाणी ग्रुप की कंपनियों में हमारे इन्वेस्टमेंट पर रिटर्न पॉजिटिव रहा है. हमें लगता है कि इन्वेस्टर्स कंपनी और व्यक्तिगत आधार पर लगे आरोपों में अंतर करने में कामयाब रहे हैं.GQG पार्टनर्स
GQG पार्टनर्स ने ये भी कहा कि कई ग्लोबल कंपनियों और उनके एग्जीक्यूटिव्स पर भी इस तरीके के आरोप लगते रहे हैं. इनमें वॉलमार्ट, ओरेकल, थेल्स, सीमेंस, ग्लेनकोर, पेट्रोब्रास, फाइजर, टोयोटा, हनीवेल, एयरबस और SAP जैसी कंपनियों शामिल हैं.
GQG पार्टनर्स ने कहा, 'मार्च 2023 में GQG ने अदाणी ग्रुप की 5 लिस्टेड कंपनियों में निवेश किया, जिनमें अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी पोर्ट्स, अदाणी ग्रीन, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस और अंबुजा सीमेंट्स शामिल थीं. बाद में अदाणी पावर और अदाणी टोटल गैस में भी निवेश किया गया. ये सभी कंपनियां अदाणी ग्रुप का हिस्सा हैं, लेकिन ये स्वतंत्र तौर पर लिस्टेड बिजनेसेज हैं, जिनका अलग-अलग मैनेजमेंट है. सबके अलग क्लाइंट और अलग आय के तरीके हैं. जब हमने इनमें निवेश किया था, उसके बाद इन बिजनेसेज में मजबूत ग्रोथ देखने को मिली है, जिससे अर्निंग्स में अच्छी ग्रोथ हुई है.'