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Hindenburg Report: अदाणी एंटरप्राइजेज की शॉर्ट सेलिंग से विदेशी फंड ने कमाया ₹180 करोड़; कोटक महिंद्रा बैंक के फंड ने की मदद

SEBI की जांच के मुताबिक, 'शॉर्ट पोजिशंस' की इस स्ट्रैटेजी पर किंगडन कैपिटल मैनेजमेंट LLC की कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट्स (KMIL) के साथ बातचीत भी हुई थी.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी04:14 PM IST, 02 Jul 2024NDTV Profit हिंदी
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हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर SEBI की जांच में अब तक छुपी हुई कई परतें खुल रही हैं. अब पता चला है कि रिपोर्ट के जारी होने से पहले K India Opportunities Fund (KIOF क्लास F) ने अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर्स में शॉर्ट सेलिंग के जरिए करीब 183.2 करोड़ रुपये का मुनाफा बनाया.

SEBI की जांच के मुताबिक, 'शॉर्ट पोजिशंस' की इस स्ट्रैटेजी पर किंगडन कैपिटल मैनेजमेंट LLC की कोटक महिंद्रा इन्वेस्टमेंट्स (KMIL) के साथ बातचीत भी हुई थी. शॉर्ट पोजिशंस एक ऐसी स्ट्रैचटेजी होती है, जिसमें शेयर कीमतों में आने वाली गिरावट का फायदा उठाते हुए मुनाफा बनाया जाता है.

किंगडन कैपिटल का स्वामित्व मार्क ई किंगडन के पास है, जो किंगडन ऑफशोर मास्टर फंड के अल्टीमेट बेनेफिशियरी हैं, ये कंपनी केमैन आईलैंड में रजिस्टर्ड है.

K इंडिया अपॉर्चुनिटी फंड- क्लास एफ (KIOF Class F) एक SEBI रजिस्टर्ड कैटेगरी-1 फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर है, जिसमें 9 सब-फंड हैं, जिनमें KIOF क्लास एफ भी शामिल है.

SEBI की रिपोर्ट के मुताबिक, किंगडन कैपिटल और KMIL के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच हुई बातचीत में ट्रेडिंग अकाउंट के एक्टिवेशन को जल्दी शुरू करने पर जोर दिया गया, साथ ही 40 मिलियन डॉलर का फंड सिर्फ एक ही स्टॉक-अदाणी एंटरप्राइजेज के फ्यूचर्स में निवेश के लिए आवंटित किया गया.

किंगडन कैपिटल के निर्देश पर KMIL ने ट्रेड्स को अंजाम दिया

SEBI ने दोनों कंपनियों के बीच हुई बातचीत के हवाले से कहा कि किंगडन कैपिटल के निर्देशों पर KMIL ट्रेड्स को अंजाम दे रही थी, हालांकि करार के मुताबिक KMIL को इन्वेस्टमेंट मैनेजर बनाया गया था, जहां ये अपने हिसाब से फैसले लेने के लिए स्वतंत्र था.

FPI (KIOF क्लास एफ) ने 10 जनवरी 2023 से AEL के फ्यूचर्स में ट्रेडिंग करना शुरू कर दिया और हिंडनबर्ग रिपोर्ट के जारी होने से कुछ दिन पहले ही 8.5 लाख शेयर्स के लिए शॉर्ट पोजीशंस लीं थी.

रिपोर्ट जारी होने के कुछ दिन पहले ही फंड में 40 मिलियन डॉलर का निवेश आया, जिसमें 15 मिलियन डॉलर को भारतीय रुपये में कंवर्ट कर लिया गया और 10 जनवरी 2023 को ट्रेडिंग के लिए मार्जिन अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया. ये ट्रेडिंग अकाउंट डेरिवेटिव्स सेगमेंट में एक्टिव था.

रिपोर्ट के मुताबिक, 'KIOF क्लास एफ ने सिर्फ AEL के फ्यूचर्स में ट्रेड किया, इसके अलावा अदाणी ग्रुप की किसी दूसरी कंपनी में ट्रेडिंग नहीं की.'

SEBI के मुताबिक, जनवरी के आखिर में अपनी सभी पोजीशंस स्क्वायर ऑफ करने के बजाए FPI ने जनवरी कॉन्ट्रैक्ट को फरवरी कॉन्ट्रैक्ट में रोल कर दिया. ये काम जनवरी में कॉन्ट्रैक्ट के एक्सपायर होने से कुछ दिन पहले ही किया गया था.

SEBI ने रिपोर्ट में कहा, 'FPI को आने वाली हिंडनबर्ग रिपोर्ट से शेयर्स में गिरावट से मुनाफा बनाने की उम्मीद थी. इससे पता चलता है कि KIOF एफ क्लास को हिंडनबर्ग रिपोर्ट के पब्लिश होने की जानकारी पहले से थी.'

KIOF क्लास एफ ने 1 फरवरी 2023 से अपनी पोजीशंस स्क्वायर ऑफ करना शुरू कर दिया और आखिरकार 22 फरवरी 2023 को पूरी पोजीशंस को स्क्वायर ऑफ कर दिया.

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