इंफोसिस (Infosys) के CEO और MD सलिल पारेख ने SEBI के साथ इनसाइडर ट्रेडिंग के आरोपों का निपटारा कर दिया है. मार्केट रेगुलेटर ने कहा कि 25 लाख रुपये का भुगतान करने पर सेटलमेंट किया गया. सेटलमेंट आदेश तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है.
ये पूरा मामला इंफोसिस और वेनगार्ड (Vanguard) के बीच जुलाई 2020 में हुए स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप के ऐलान से जुड़ा है. SEBI ने अपनी जांच में पाया था कि इस डील के समय इंफोसिस के CEO और MD सलिल पारेख ने इनसाइडर ट्रेडिंग से जुड़े नियमों का पालन नहीं किया था.
इनसाइडर ट्रेडिंग में शामिल दो संस्थाओं के खिलाफ अंतरिम आदेश 27 सितंबर, 2021 को पास किया गया था और 13 दिसंबर, 2021 को इसकी पुष्टि की गई थी. जांच में पाया गया कि पारेख ने PIT के नियम 9A(1)और 9A(2) का उल्लंघन किया है, जिसमें कहा गया है कि इंफोसिस कंपनी के CEO और अन्य अधिकारियों को इनसाइडर ट्रेडिंग रोकने के लिए पर्याप्त कदम उठाने चाहिए थे.
जांच के बाद, 3 अगस्त, 2023 को पारेख को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था. पारेख ने 3 अक्टूबर, 2023 को जवाब में एक समझौता आवेदन दायर किया, जिसमें निष्कर्षों को स्वीकार या अस्वीकार किए बिना कार्यवाही को निपटाने का प्रस्ताव था. SEBI ने (Settlement Proceedings) रेगुलेशन, 2018 के तहत इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है.