फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (FMCG) सेक्टर की दिग्गज कंपनी ITC ने अपने होटल बिजनेस के डीमर्जर (Demerger) को लागू करने की तारीख 1 जनवरी 2025 तय की है. मंगलवार को कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि ITC और ITC होटल्स ने आम सहमति से माना कि स्कीम ऑफ अरेंजमेंट में दी गईं सभी शर्तें पूरी कर ली गईं हैं.
अक्टूबर में कंपनी को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल की कोलकाता बेंच से अपने होटल बिजनेस के डीमर्जर को लेकर मंजूरी मिली थी. दिग्गज FMCG कंपनी ने अगस्त 2023 में अपने होटल बिजनेस को एक अलग कंपनी के रूप में डीमर्ज करने की योजना का ऐलान किया था.
इस डीमर्जर स्कीम के तहत ITC के पास ITC होटल्स में 40% मालिकाना हक रहेगा. जबकि ITC के शेयरधारकों को होटल कंपनी में बाकी 60% हिस्सेदारी मिलेगी.
योग्य शेयरधारकों को ITC लिमिटेड में अपने हर 10 शेयरों पर ITC होटल्स लिमिटेड का एक शेयर मिलेगा. स्कीम ऑफ अरेंजमेंट के मुताबिक नई कंपनी ITC होटल्स लिमिटेड के पास 1 रुपये की फेस वैल्यू के 207.84 करोड़ शेयर यानी कुल 207.84 करोड़ रुपये की इक्विटी कैपिटल होगी.
ITC के शेयरधारकों ने 99.6% के बहुमत के साथ डीमर्जर को मंजूरी दी है. इससे पहले कंपनी का घरेलू प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर एडवाइजरी सर्विसेज के साथ टकराव था. IiAS ने कंपनी के शेयरधारकों को प्रस्तावित डीमर्जर के खिलाफ वोट देने की सलाह दी थी. उसका कहना था कि इससे सिर्फ आंशिक तौर पर ही वैल्यू अनलॉक होगी.
हालांकि ITC का कहना था कि उसका होटल बिजनेस कई सालों में आगे बढ़ा है और वो इंडस्ट्री में अलग इकाई के तौर पर अपना रास्ता बनाने के लिए तैयार है.
कंपनी के शेयर में खबर के बाद तेज रिकवरी आई और ये हरे निशान में लौट गया.
इंट्राडे में शेयर 1.5% गिरकर 463.05 रुपये तक पहुंच गया था. दोपहर 1.45 बजे शेयर 0.50% की तेजी के साथ 472.45 रुपये पर कारोबार कर रहा है.
शेयर में पिछले 12 महीनों के दौरान 4.9% और 1 जनवरी के बाद से आज तक 2.49% की तेजी आई है.