अदाणी एयरपोर्ट्स (Adani Airport Holdings Ltd.) के डायरेक्टर जीत अदाणी (Jeet Adani) का मानना है कि किसी व्यक्ति को केवल जिम्मेदारी तैयार नहीं करती, व्यक्ति तैयार होता है, जब वो उस चीज को अपनी आत्मा से महसूस करता है. वे कहते हैं कि भारतीय संस्कृति में 'समाज को लौटाना' हमारे सनातन धर्म का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है. कुछ इन्हीं विचारों से शुरुआत हुई, अदाणी फाउंडेशन की, जिसके परोपकार से जुड़े कई कार्यों में से एक प्रमुख कार्य है- दिव्यांगों काे सशक्त बनाना.
TV चैनल सोनी के फेमस शो 'शार्क टैंक इंडिया' के एक कार्यक्रम में पीपल ग्रुप और शादी डॉट कॉम के फाउंडर अनुपम मित्तल से बात करते हुए जीत अदाणी ने बताया कि कैसे अदाणी फाउंडेशन के जरिए अदाणी ग्रुप दिव्यांगों के लिए काम कर रहा है.
अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी के छोटे बेटे जीत ने बताया कि अदाणी ग्रुप ने उनके टोटल वर्कफोर्स में 5% दिव्यांग लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने का फैसला लिया है. ग्रुप ने ये अनिवार्य कर दिया है कि उनके कार्यबल का करीब 5% दिव्यांग लोग होंगे.
उन्होंने बताया कि ये कदम हाल ही में मिट्टी कैफे का दौरा करने के बाद उठाया गया, जिसकी स्थापना अलीना आलम ने की थी. देश भर में मिट्टी कैफे के दुकानों की एक श्रृंखला है, जहां शारीरिक और मानसिक रूप से दिव्यांग लोगों को रोजगार दिया जाता है, खासतौर से वे दिव्यांग जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों से आते हैं.
जब मैं मुंबई एयरपोर्ट पर मिट्टी कैफे के उद्घाटन के लिए गया, तो कई तरह की कठिनाइयों का सामना करने के बावजूद उनके कर्मचारियों की मुस्कान, चमक और करुणा ने मुझे बहुत प्रभावित किया. इसके बाद, हमने ये अनिवार्य करने का निर्णय लिया कि अदाणी ग्रुप में हमारे वर्कफोर्स का 5% हिस्सा दिव्यांग पृष्ठभूमि से होगा.जीत अदाणी, डायरेक्टर, अदाणी एयरपोर्ट्स (Adani Airport Holdings Ltd.)
अनुपम मित्तल के पूछे जाने पर उन्होंने बताया कहा कि अदाणी ग्रुप में करीब 45,000 कर्मचारी हैं. इस हिसाब से देखें तो लक्ष्य पूरा होने पर अदाणी ग्रुप में दिव्यांग कर्मियों की संख्या 2,250 हो जाएगी.
जीत अदाणी ने कहा, 'मेरी दादी शांताबेन अदाणी ने मुझे सभी के लिए जीवन-मूल्यों और परोपकारी कार्यों के बारे में बताया. वो मुझे अनाथालयों में ले जाती थीं.' उन्होंने कहा कि ये दिव्यांग लोगों को सपोर्ट करने और उन्हें सशक्त करने का पसंदीदा कारण बन गया.
उन्होंने ये भी बताया कि अदाणी ग्रुप ने 'ग्रीन एक्स टॉक्स' का भी आयोजन किया, जहां दिव्यांग लोगों ने अपने जीवन की कहानियां साझा कीं.
जीत अदाणी ने मित्तल से ये भी कहा कि शार्क टैंक इंडिया पर एक विशेष एपिसोड होना चाहिए, जो दिव्यांग उद्यमियों और दिव्यांगों के लिए काम करने वाले उद्यमियों पर केंद्रित हो, जिसमें ये तय हो पाए कि वे उनके लिए क्या कर सकते हैं.
अनुपम मित्तल भी इस प्रस्ताव से प्रभावित हुए और इसे एक अद्भुत विचार बताया. बता दें कि जीत अदाणी के इस प्रस्ताव को शो के प्रॉड्यूसर ने भी हाथोंं-हाथ लिया है. जल्द ही ऐसा एक एपिसोड प्रसारित होगा, जिसमें जीत अदाणी एक मेंटॉर की भूमिका में दिखेंगे.
मित्तल के साथ अपनी बातचीत के दौरान जीत अदाणी ने हल्के-फुल्के विषयों पर भी बात की. जीत अदाणी ने अनुपम मित्तल से बातचीत के दौरान दोस्तों के एक मजाक के बारे में भी बताया. उन्होंने बताया कि उनके दाेस्त ने शरारत के लिए मैट्रीमोनियल साइट Shaadi.com पर उनकी प्रोफाइल बना दी है, जहां उनकी फोटो, डिटेल, नंबर वगैरह डाल दिए हैं.
मिडिल स्कूल में, 7वीं-8वीं कक्षा में, आप जानते हैं कि लड़के कैसे होते हैं... वे एक-दूसरे के साथ खिलवाड़ करते हैं और मजाक करते हैं, तो मेरे एक मित्र ने ऐसा किया... यदि आप वेबसाइट पर जाएंगे तो वहां ‘जीत अदाणी’ नाम से एक प्रोफाइल बनी हुआ है. मुझे नहीं पता कि किसका ईमेल इस्तेमाल किया गया, किसके पास वो फोन नंबर है. मैं इसे हटाने के लिए अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहा हूं. देखिए कि मेरी शादी होने वाली है और शादी डॉट कॉम पर मेरी प्रोफाइल है.जीत अदाणी, डायरेक्टर, अदाणी एयरपोर्ट्स (Adani Airport Holdings Ltd.)
उन्होंने मित्तल से अनुरोध किया कि वे उनकी प्रोफाइल हटा दें. मित्तल ने इस पर आश्चर्य भी जताया और खूब हंसे भी. ये पूछे जाने पर कि वो अपनी मंगेतर दिवा शाह से कैसे मिले, जीत ने कहा कि एक फैमिली फ्रेंड के जरिए दिवा से उनकी मुलाकात हुई.
(शार्क टैंक इंडिया के शो में अनुपम मित्तल और जीत अदाणी की बातचीत का पूरा वीडियो आप इस लिंक पर देख सकते हैं)