महिंद्रा ग्रुप और इजराइल की कंपनी Sentrycs ने शुक्रवार को भारत में एंटी-ड्रोन सिस्टम डेवलप करने के लिए समझौते की घोषणा की है. महिंद्रा ने एक्सचेंज को दिए स्टेटमेंट में कहा है कि दोनों कंपनियों ने एक नॉन बाइंडिंग करार किया है, जो 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत रेडियो फ्रीक्वेंसी-आधारित काउंटर-ड्रोन को डेवलप करने पर फोकस करेगा.
एंटी-ड्रोन सॉल्यूशन एक कमांड और कंट्रोल मॉड्यूल के साथ एक स्वतंत्र और इंटीग्रेटेड सिस्टम है. ये सिस्टम को आने वाले ड्रोन का पता लगाने, ट्रैक क रने और पहचानने में सक्षम बनाता है.
ये सिस्टम ड्रोन की निगरानी कर सकता है, उनके मॉडल, सीरियल नंबर और ID की पहचान कर सकता है, जो अपने और शत्रु ड्रोन के बीच सटीक फर्क बता सकता है.
भारत अपने एंटी-ड्रोन सॉल्यूशन पर तेजी से काम कर रहा है. एंटी-ड्रोन तकनीकों ने रूस-यूक्रेन युद्ध और इजरायल-हमास संघर्ष के बाद से दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है. जहां नागरिक और मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाने और नुकसान पहुंचाने के लिए सस्ते ड्रोन तैनात किए गए थे. इजरायल ने एंटी-ड्रोन सिस्टम को डेवलप करने में बड़ी प्रगति की है क्योंकि ये हमास (Hamas) हिजबुल्ला (Hezbollah) और हुतीज (Houthis) जैसे खतरों का सामना कर रहा है.
महिंद्रा ने कहा कि एंटी-ड्रोन सिस्टम को शहरी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा के लिए या सेना की मदद के लिए भी तैनात किया जा सकता है.
महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर NSE निफ्टी 50 पर दोपहर 1:37 बजे तक 2% बढ़कर कारोबार कर रहा था.
पिछले 12 महीनों में स्टॉक 78% और सास की शुरुआत से अभ तक 70% बढ़ गया है, रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स 54 पर था.
ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के मुताबिक, महिंद्रा एंड महिंद्रा पर नजर रखने वाले 41 एनालिस्ट में से 35 ने इस शेयर पर 'खरीद' की रेटिंग दी है, पांच ने 'होल्ड' की सलाह दी है और एक ने 'सेल' की सलाह दी है.