Nvidia छे महीने पहले तक किसी ने नहीं सोचा था कि ये कंपनी दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी बन जाएगी. 18 जून को इसका मार्केट कैप 3.34 ट्रिलियन डॉलर हो गया है. जनवरी से लेकर अब तक इसके शेयरों ने 181% की जोरदार छलांग है.
2 जनवरी 2024 को इसका भाव 48 डॉलर था, 18 जून की ये 135.58 डॉलर हो गई है. यानी जिसने 2 जनवरी 2024 को इसमें निवेश किया उसका पैसा ढाई गुने से ज्यादा हो गया है. इतनी बड़ी कंपनी के लिए ऐसा कर पाना आसान नहीं है. ये बताता है कि कंपनी में दम और उसका बिजनेस ऐसा है जिस पर दांव लगाया जा सकता है.
Nvidia ने मार्केट कैप की रेस में पहले फेसबुक को चलाने वाली कंपनी मेटा, अमेजॉन, फिर गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट को पछाड़ा. किसी ने नहीं सोचा था कि ये एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट को पीछे छोड़ देगी, मगर 18 जून को ऐसा हो गया. एक महीने में ही ये शेयर करीब 45% भागा है.18 जून को Nvidia और इसके फाउंडर जेनसन हुआंग का नाम इतिहास में दर्ज हो गया.
Nvidia के संस्थापक जेनसन हुआंग हैं. उन्होंने साल 1993 में ये कंपनी बनायी थी. कंपनी को खड़ा उन्होंने किया है, मगर इसकी सिर्फ 3.5% हिस्सेदारी ही इनके पास है. आज की तारीख में इनकी संपत्ति करीब 64 बिलियन डॉलर है.
शुरुआत में ये कंपनी सिर्फ वीडियो-गेम ग्राफिक्स चिप्स बनाती थी, मगर बाद में कंपनी ने AI बेस्ड चिप बनाने का फैसला किया और बड़े पैमाने पर रिसर्च एंड डेवलपमेंट पर खर्च किया. कंपनी ने करीब 10 बिलियन डॉलर के R&D खर्च से पहले AI बेस्ड चिप लॉन्च किया और आज ये दुनिया में AI बेस्ड चिप बनाने वाली सबसे बड़ी कंपनी बन गई है. क्रिप्ट माइनिंग से लेकर क्लाउड कंप्यूटिंग में इस कंपनी के चिप का इस्तेमाल हो रहा है. अमेजॉन, माइक्रोसॉफ्ट और गूगल जैसे कंपनियां अपने क्लाउड ऑपरेशन के लिए Nvidia के चिप का इस्तेमाल कर रही है.