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एंकर निवेशकों का लॉक इन खत्म होते ही ओला के शेयर में लगा रिवर्स गियर, शेयर 4% से ज्यादा टूटा

कंपनी के बोर्ड ने 84 एंकर निवेशकों को 36.35 करोड़ इक्विटी शेयर 72-76 रुपये के प्राइस बैंड के अपर एंड पर आवंटित किए है.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी02:14 PM IST, 06 Sep 2024NDTV Profit हिंदी
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ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी (Ola Electric Mobility) के शेयरों में शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 3% से अधिक की गिरावट देखी गई, क्योंकि एंकर बुक इन्वेस्टर के लिए 30 दिनों की न्यूनतम लॉक-इन अवधि (Minimum Lock-In Period) समाप्त हो गई है.

इससे एंकर निवेशक 18.17 करोड़ शेयरों को कभी भी मार्केट में बेच सकते है. ये शेयर कंपनी के कुल 4.1% इक्विटी के बराबर है.

नियमों के मुताबिक जो शेयर एंकर निवेशकों को आवंटित हुए हैं, उसमें से 50% पर 30 दिन का लॉक इन पीरियड होता है और बाकी 50% पर 90 दिन का लॉक इन पीरियड होता है. ऐसा इसलिए किया जाता है ताकि एंकर निवेशक लिस्टिंग होते ही अपने शेयर बेचकर न निकल जाएं, जिससे शेयर में अस्थिरता आ जाए. एंकर निवेशकों के शेयरों की दूसरी किश्त 4 नवंबर के बाद बिक्री के लिए खुलेगी.

एंकर राउंड 1 अगस्त को किया गया था, जबकि IPO 2 अगस्त को खुला था. कंपनी के बोर्ड ने 84 एंकर निवेशकों को 72-76 रुपये के प्राइस बैंड पर 36.35 करोड़ इक्विटी शेयर जारी किए थे. अपर प्राइस बैंड पर इसकी कुल वैल्यू 2,763 करोड़ रुपए बैठती है.

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, निप्पॉन लाइफ एसेट मैनेजमेंट और HDFC एसेट मैनेजमेंट कंपनी के मैनेजमेंट वाले म्यूचुअल फंड्स की एंकर बुक में 40% हिस्सेदारी है. प्रमुख विदेशी निवेशकों में गोल्डमैन सैक्स, फिडेलिटी इन्वेस्टमेंट्स, अमेरिकन हेज फंड शॉनफेल्ड, सोसाइटी जनरल, मॉर्गन स्टेनली और BNP पारिबास शामिल हैं.

कंपनी के शेयर का परफॉर्मेंस

ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का शेयर 1:29 बजे तक 3.92% तक गिरकर कारोबर कर रहा था. कंपनी का शेयर 9 अगस्त को शेयर मार्केट पर अपनी शुरुआत के बाद से 26% बढ़ गया है.

बेंगलुरु की ये कंपनी 2017 में बनी थी, ये इलेक्ट्रिक स्कूटर बनाती है. स्कूटर के अलावा, ये इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कुछ कोर कंपोनेंट्स भी बनाती है. जैसे - बैटरी पैक, मोटर और वाहन फ्रेम.

ओला का शुद्ध घाटा 30 जून, 2024 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 347 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 267 करोड़ रुपये था. आय सालाना आधार पर 32% बढ़कर 1,644 करोड़ रुपये रही है.

कंपनी ने अप्रैल-जून 2024 में अब तक का सबसे अधिक तिमाही रेवेन्यू हासिल करने का भी दावा किया, कंपनी इस साल अब तक की सबसे अधिक 1,25,198 यूनिट डिलीवरी कर चुकी है.

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