पेटीएम ने उन मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया है, जिसमें ये कहा जा रहा है कि पेटीएम के लेंडिंग पार्टनर्स लोन रीपेमेंट डिफॉल्ट के कारण लोन गारंटी को इस्तेमाल कर रहे हैं. पेटीएम का कहना है कि वो लोन के डिस्ट्रीब्यूटर के रूप में काम करती है और अपने लेंडिंग पार्टनर्स को 'फर्स्ट-लॉस डिफॉल्ट गारंटी' (FLDG) या कोई दूसरी लोन गारंटी नहीं देती है.
एक्सचेंज फाइलिंग में पेटीएम ने कहा कि वो डायवर्सिफाइड पार्टनरशिप नेटवर्क के लिए कई बैंकों और गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों के साथ सहयोग करना जारी रखेगा. पेटीएम ने कहा 'हमारे पर्सनल लोन डिस्ट्रीब्यूशन बिजनेस में कोई रुकावट नहीं आई है ये लगातार बढ़ रहा है, '@paytm' हैंडल ट्रांजिशन के पूरा होने के बाद, मार्च 2024 के अंत में मर्चेंट लोन बिजनेस फिर से शुरू हुआ है.
ये प्रतिक्रिया कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ये दावा किए जाने के बाद आई है कि आदित्य बिड़ला फाइनेंस और कुछ दूसरे लेंडिंग पार्टनर्स ने ग्राहकों से रीपेमेंट डिफॉर्ट के बदले पेटीएम की ओर से दी जाने वाली बैंक गारंटी का इस्तेमाल किया.
कंपनी से हाल ही में कई सीनियर लेवल के लोगों ने इस्तीफा दिया है, इस पर भी कंपनी ने अपनी सफाई दी है. कंपनी का कहना है कि अब भी 50 से ज्यादा सीनियर वाइस प्रेसिडेंट के साथ एक सीनियर लीडरशिप स्ट्रक्चर मौजूद है, और सभी हालिया बदलाव पहले से तय उत्तराधिकार योजना के साथ हैं, जिस पर बोर्ड के साथ चर्चा की गई है.
पेटीएम की तरफ से ये प्रतिक्रिया उन रिपोर्ट्स के बाद आई है जिसमें कहा गया था कि पेटीएम के UPI और ऑफलाइन पेमेंट के चीफ बिजनेस ऑफिसर अजय विक्रम सिंह और बिपिन कौल ने इस्तीफा दे दिया है.
पेटीएम के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर और प्रेसिडेंट भावेश गुप्ता ने भी 4 मई को इस्तीफा दे दिया. हालांकि उन्हें 31 मई को उनकी सेवाओं से मुक्त कर दिया जाएगा, वह इसके बाद चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर के कार्यालय में सलाहकार के रूप में बने रहेंगे.