पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ने खावड़ा रिन्युएबल एनर्जी प्रोजेक्ट में इंटरस्टेट ट्रांसमिशन सिस्टम के निर्माण के लिए बोली जीत ली है. एक्सचेंज फाइलिंग के मुताबिक इसके लिए BOOT (Build, Own, Operate, Transfer) बेसिस पर लेटर ऑफ इंटेंट भी कंपनी को मिल गया है.
इस प्रोजेक्ट के तहत खावड़ा पूलिंग स्टेशन 1 और खावड़ा पूलिंग स्टेशन 3 में स्टैटिक सिंक्रोनस कंपनसेटर्स (STATCOMs) लगाए जाएंगे.
दुनिया के सबसे बड़े रिन्युएबल एनर्जी पार्क खावड़ा से भारत के रिन्युएबल एनर्जी टारगेट को हासिल करने में बड़ा योगदान मिलने की उम्मीद है. इस प्रोजेक्ट से पार्क से स्वच्छ ऊर्जा ट्रांसफर के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती मिलेगी.
इस महीने के शुरुआत में अदाणी एनर्जी सॉल्युशंस ने खावड़ा फेज IV पार्ट A ट्रांसमिशन नेटवर्क का कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया था, जिसके जरिए खावड़ा RE पार्क से 7 GW रिन्युएबल एनर्जी को नेशनल ग्रिड में ट्रांसफर किया जाएगा.
इस प्रोजेक्ट में 298 किलोमीटर की ट्रांसमिशन लाइंस (596 सर्किट किलोमीटर) की लाइन शामिल हैं, इसमें 4,091 करोड़ रुपये का निवेश होगा और इसके अगले 24 महीनों में पूरे होने की उम्मीद है.
पिछले हफ्ते ही पावर ग्रिड ने एक नया सबस्टेशन बनाने और दूसरे सबस्टेशंस में विस्तार से जुड़ी बोली जीती थी.
सोमवार को खबर आने के पहले पावर ग्रिड के शेयर्स 341.05 रुपये/शेयर के भाव पर फ्लैट क्लोज हुए. इसकी तुलना में बेंचमार्क BSE सेंसेक्स में 0.45% की तेजी रही.