सीमेंस AG ने सीमेंस एनर्जी AG (Siemens Energy AG) से भारत यूनिट में 18% अतिरिक्त हिस्सेदारी को 2.1 बिलियन यूरो में अधिग्रहण करने की योजना बनाई है.
प्रेस रिलीज के मुताबिक, डीमर्जर के जरिए अपने एनर्जी बिजनेस को अलग करने के लिए, सीमेंस और सीमेंस एनर्जी साथ मिलकर सीमेंस इंडिया के बोर्ड डायरेक्टर्स की नियुक्ति के लिए प्रस्ताव देंगे.
इसके बाद सीमेंस लिमिटेड इंडिया (Siemens Ltd. India) में सीमेंस की हिस्सेदारी 51% से बढ़कर 69% हो जाएगी. वहीं, सीमेंस एनर्जी की सीमेंस लिमिटेड इंडिया में हिस्सेदारी 24% से घटकर 6% रह जाएगी.
रिलीज में कहा गया, 'अधिग्रहण के साथ, सीमेंस और सीमेंस एनर्जी, सीमेंस की भारतीय सब्सिडियरी कंपनी की बिजनेस गतिविधियों को फैलाने में तेजी लाएंगे.'
शेयरों की ये खरीद 5 कारोबारी दिनों के वॉल्यूम वेटेड एवरेज प्राइस से 15% कस्टमर डिस्काउंट पर है. बयान में दी गई जानकारी के मुताबिक, सीमेंस एनर्जी को सीमेंस कोई नई गारंटी नहीं देगी.
सीमेंस एनर्जी, जर्मनी कंपनी के गैस और पावर बिजनेस से तैयार हुई कंपनी है, जो इस वक्त गेम्सा विंड बिजनेस में हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए अपने फाइनेंस को मजबूत कर रही है.
सीमेंस का शेयर इंट्राडे में 4.41% चढ़कर 3,568.8 पर पहुंच गया. ईयर-टू-डेट आधार पर कंपनी का शेयर 25.57% तक चढ़ा है.
कंपनी की ट्रैकिंग करने वाले 27 एनालिस्ट में 15 ने कंपनी शेयर खरीदने, 6 ने होल्ड करने और 6 ने बेचने की सलाह दी है.