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Tata Motors Iveco Deal: टाटा मोटर्स इटली की ट्रक कंपनी इवेको का 33,000 करोड़ रुपये में खरीदेगी, पूरी तरह नकद में होगा सौदा

4.37 अरब डॉलर का ये सौदा टाटा मोटर्स का अब तक का सबसे बड़ा सौदा है. इससे पहले सबसे बड़ा सौदा 2008 में हुआ था, जब कंपनी ने फोर्ड से जगुआर लैंड रोवर का 2.3 अरब डॉलर में अधिग्रहण किया था.
NDTV Profit हिंदीNDTV Profit डेस्क
NDTV Profit हिंदी01:29 PM IST, 31 Jul 2025NDTV Profit हिंदी
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टाटा मोटर्स लिमिटेड ने गुरुवार को घोषणा की कि वह Iveco S.p.A. का अधिग्रहण करेगी. इवेको से इस सौदे की कीमत 3.82 अरब यूरो या लगभग 33,360 करोड़ रुपये है.

जगुआर लैंड रोवर की मालिक, कंपनी इवेको के सभी 27.2 करोड़ बकाया शेयरों का अधिग्रहण एक पूर्ण नकद सार्वजनिक टेंडर प्रस्ताव के तहत करेगी, जिसका लिए 14.10 यूरो प्रति शेयर का भाव तय हुआ है.

4.37 अरब डॉलर का ये सौदा टाटा मोटर्स का अब तक का सबसे बड़ा सौदा है. इससे पहले सबसे बड़ा सौदा 2008 में हुआ था, जब कंपनी ने फोर्ड से जगुआर लैंड रोवर का 2.3 अरब डॉलर में अधिग्रहण किया था.

ये लेनदेन टाटा मोटर्स की सिंगापुर स्थित सहायक कंपनी TML CV होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड के पूर्ण स्वामित्व वाली एक कंपनी के माध्यम से किया जाएगा. इस ओपन ऑफर का उद्देश्य यूरोनेक्स्ट मिलान में लिस्ट इवेको के शेयरों को बेचना और कंपनी को एक्सचेंज से डीलिस्ट करना है.

इस खबर की जानकारी सबसे पहले इकोनॉमिक टाइम्स ने बुधवार सुबह दी थी, जिसमें मामले से जुड़े लोगों का हवाला दिया गया था.

रक्षा व्यवसाय शामिल नहीं

ये डील इवेको के रक्षा व्यवसाय की पूर्व बिक्री या स्पिन-ऑफ की शर्त के साथ हो रही है, यानी रक्षा व्यवसाय अधिग्रहण का हिस्सा नहीं है. इवेको ने पहले घोषणा की थी कि वो इस इकाई का विनिवेश करेगी. रक्षा व्यवसाय लेनदेन को 2026 की पहली तिमाही यानी मार्च तक पूरा कर लेने का लक्ष्य है.

इस विनिवेश से अनुमानित असाधारण डिविडेंड 5.5-6.0 यूरो प्रति शेयर है, जो 1.7 बिलियन यूरो के इंटरप्राइज वैल्यू पर आधारित है. अंतिम भुगतान डील के पूरा होने पर मिलेगा.

बाजार भाव पर प्रीमियम

अनुमानित डिविडेंड के साथ ये प्रस्ताव, 17 जुलाई 2025 तक के तीन महीनों के लिए 16.02 यूरो यानी औसत भाव पर 22%-25% प्रीमियम दर्शाता है. लाभांश को छोड़कर, ये प्रस्ताव 34%-41% प्रीमियम दर्शाता है.

इवेको समूह के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने सर्वसम्मति से इस डील की तारीफ की है. कंपनी के सबसे बड़े शेयरधारक, एक्सोर एन.वी. ने भी अपनी 27.06% हिस्सेदारी, जो कुल मतदान अधिकारों का 43.11% है, बेचने की प्रतिबद्धता जताई है.

फाइनेंस और मंजूरियां

टाटा मोटर्स ने पूरी की रकम के लिए जरूरी पैसे का इंतजाम कर लिया है, जिससे सौदे का फाइनेंसिंग डील के पूरे होने की सुनिश्चित करती है. ये डील मर्जर कंट्रोलर, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, यूरोपीय संघ के विदेशी सब्सिडी रेगुलेशन और वित्तीय रेगुलेटर की मंजूरी के अधीन है. यानी इन सभी रेगुलेटर्स की मंजूरी जरूरी होगी.

टाटा मोटर्स को उम्मीद है कि ये डील साल 2026 की पहली छमाही में पूरा हो जाएगा. रेगुलेटर्स की जरूरी मंजूरियां हासिल करने के बाद, प्रस्ताव दस्तावेज इटली के रेगुलेटर CONSOB को भेजा जाएगा और रेगुलेटर की मंजूरी के बाद इसे पब्लिश किया जाएगा.

रणनीतिक तर्क और बाजार का नजरिया

टाटा मोटर्स के अध्यक्ष एन चंद्रशेखरन ने कहा, "टाटा मोटर्स के वाणिज्यिक वाहन व्यवसाय के विभाजन के बाद ये एक अगला तार्किक कदम है और इससे टाटा मोटर्स का संयुक्त समूह भारत और यूरोप के दो रणनीतिक घरेलू बाजारों में वास्तविक ग्लोबल स्तर पर प्रतिस्पर्धा कर सकेगा."

ब्रोकरेज फर्म इन्वेस्टेक ने इस अधिग्रहण को "आने वाला एक और अस्थिर सफर" बताया. फर्म ने कहा कि ये सौदा बड़ा है और लाभ पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, लेकिन चेतावनी दी कि ये मार्जिन को कमजोर करेगा और टाटा मोटर्स के भारतीय ऑपरेशन की तुलना में विकास की कम संभावनाएं मुहैया करेगा.

रिसर्च फर्म ने कहा कि यूरोपीय वाणिज्यिक वाहन उद्योग का परिदृश्य निराशाजनक है, जिसका अर्थ है कि इवेको की वृद्धि धीमी रहेगी. ब्रोकरेज ने कहा कि वह इस अधिग्रहण से "उत्साहित" नहीं है.

सौदे के बाद की प्रतिबद्धताएं

टाटा मोटर्स ने इवेको के कर्मचारियों, आपूर्तिकर्ताओं और ग्राहकों के प्रति लंबी अवधि की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के लिए समझौते की तारीख के बाद दो वर्षों के लिए कुछ गैर-वित्तीय समझौतों पर सहमति व्यक्त की है. टाटा मोटर्स ने ये भी कहा कि वह सौदे के बाद भी इवेको की मौजूदा रणनीति का समर्थन और उसे गति देना जारी रखेगी.

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