जी एंटरटेनमेंट के मामले में सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर (SIAC) से झटका मिलने के बाद भी सोनी पिक्चर्स (Sony Pictures) ने हिम्मत नहीं हारी है. सोनी ने कहा है कि जी-मर्जर केस में SIAC के फैसले से उन्हें निराशा हुई है, लेकिन वो सख्ती से मध्यस्थता करना जारी रखेगा.
सोनी ने NDTV प्रॉफिट से कहा कि सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर ने उसे अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया, सोनी पिक्चर्स (Culver Max Entertainment Pvt.) को फैसले से कंपनी को काफी निराशा हुई है.
सोनी पिक्चर्स की ओर से ये बयान तब आया है, जब SIAC ने रविवार को कंपनी को अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया, SIAC ने कहा कि सोनी के पास जी एंटरटेनमेंट को विलय योजना को लागू करने के लिए NCLT से संपर्क करने से रोकने का कोई अधिकार नहीं है.
सोनी ने कहा है कि SIAC का फैसला केवल एक प्रक्रियात्मक है और वो सिंगापुर में एक पूर्ण न्यायाधिकरण के सामने मामले में सख्ती से मध्यस्थता करना जारी रखेगा और विलय समझौते को खत्म करने और टर्मिनेशन फीस और बाकी उपायों की मांग करने के अपने अधिकार को भी जारी रखेगा. सोनी ने कहा कि उसे भारत और सिंगापुर दोनों में अपनी स्थिति पर भरोसा है.
पिछले महीने सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (जिसे अब कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट के नाम से जाना जाता है) ने जी एंटरटेनमेंट के साथ अपना 10 बिलियन डॉलर का विलय सौदा रद्द कर दिया था. सोनी ने मर्जर डील ये कहते हुए रद्द की थी कि जी फाइनेंशियल मैनेजमेंट और संबंधित पक्षों से बकाया की वसूली सहित पहले की कई शर्तों को पूरा नहीं करता है.