दुनियाभर की इकोनॉमीज में टॉप पर काबिज अमेरिका प्रवासी लोगों के लिए भी काफी 'उर्वर जमीन' साबित हुई है. अमेरिका में इमिग्रेंट्स यानी प्रवासी आर्थिक नजरिये से सफल साबित होते आ रहे हैं. एवरेज इनकम यानी औसत कमाई के मामले में प्रवासियों में सबसे आगे भारतीय मूल के लोग हैं.
अमेरिकी जनगणना ब्यूरो (US Census Bureau) के आंकड़ों के अनुसार, अलग-अलग एशियाई प्रवासी समूहों की जो औसत आय है, उसने श्वेत अमेरिकी परिवारों (White Americans) की मीडियन इनकम को भी पीछे छोड़ दिया है.
हालांकि इसके पीछे उनकी बड़ी आबादी, एक अहम कारण है. बता दें कि मीडियन इनकम यानी औसत आय, कुल आय और कुल आबादी का अनुपात होता है.
US सेंसस ब्यूरो के डेटा में अमेरिका में रहने वाले अलग-अलग एशियाई प्रवासी समूहों की मीडियन हाउसहोल्ड इनकम (Median Household Income) 2018, पर फोकस किया गया है. इसके अनुसार, अमेरिका में प्रवासी समूहों की कमाई में भारतीय सबसे आगे हैं.
भारतीय मूल के अमेरिकी परिवारों की औसत सालाना आय (Average Annual Income) 1,19,858 डॉलर है, जो सबसे ज्यादा है. श्वेत अमेरिकी परिवारों की एवरेज एनुअल इनकम 65,902 डॉलर बताई गई है.
भारतीयों के बाद दूसरे नंबर पर ताइवान, तीसरे नंबर चीन और चौथे नंबर पर जापान के प्रवासी परिवारों की इनकम आती है. ताइवान, चीन और जापान के प्रवासियों की एवरेज एनुअल इनकम 95,736 डॉलर, 81,487 डॉलर और 80,036 डॉलर है. वहीं इस लिस्ट में पाकिस्तान, 5वें नंबर पर आता है, जहां के प्रवासी अमेरिका में औसतन 77,315 डॉलर/वर्ष कमाते हैं.
दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में पिछले दिनों US इकोनॉमी पर बेस्ड बुक लॉन्च कार्यक्रम के दौरान थिंक टैंक CCS के CEO अमित चंद्रा से इस विषय पर भी बात हुई थी. NDTV Profit से अनौपचारिक बातचीत के दौरान उन्होंने कहा था कि इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट से लेकर रिसर्च तक, हर सेक्टर में भारतीय बेहद प्रतिभाशाली होते हैं और अमेरिका इसी टैलेंट को भुनाता है.
इस वर्ग के लिए उन्होंने 'क्रीम टैलेंट' का प्रयोग किया. भारतीय वहां कई कंपनियों को चलाते भी हैं और शीर्ष पदों पर भी वे होते हैं. अन्य प्रवासियों की तुलना में भारतीय अमेरिकी की औसत आय सबसे ज्यादा होने के पीछे ये एक बड़ी वजह है.
स्पेसएक्स (SpaceX) और टेस्ला (Tesla) के CEO और माइक्रोब्लॉगिंग साइट X के मालिक एलन मस्क (Elon Musk) ने गुरुवार को US सेंसस ब्यूराे का डेटा शेयर कर बताया कि अमेरिका में इमिग्रेंट्स यानी प्रवासी लोग काफी सफल हो रहे हैं.
दिलचस्प बात ये है कि एलन मस्क खुद ही अमेरिका में प्रवासी हैं. वे दक्षिण अफ्रीका से अमेरिका आए हैं. द रैबिट होल नाम के X यूजर की इस पोस्ट को शेयर करते हुए एलन मस्क ने कहा, 'वाह, अमेरिका सच में अवसरों की भूमि है.'
US सेंसस ब्यूरो के डेटा के अनुसार, टॉप-5 में शामिल भारत, ताइवान, चीन, जापान और पाकिस्तान के प्रवासियों के बाद अन्य देशों का नंबर आता है. इसमें फिलीपींस, इंडोनेशिया, कोरिया, कंबोडिया, हमोंग और वियतनाम के नाम शामिल हैं.
फोर्ब्स ने पिछले साल अमेरिका के टॉप बिलियनेयर्स पर एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें टॉप 10 में 4 भारतीय मूल के अमेरिकी शामिल थे. वहीं भारतीय अमेरिकी बिलियनेयर्स की बात करें तो इसमें Zscaler के CEO जय चौधरी (Jay Chaudhry) का नाम टॉप पर था. उनके बाद विनोद खोसला रोमेश (Vinod Khosla Romesh), T वाधवानी (T. Wadhwani) आते हैं.
इंडिगो एयरलाइन के फॉर्मर को-फाउंडर राकेश गंगवाल (Rakesh Gangwal) इस लिस्ट में चौथे नंबर पर थे. उनके बाद नीरज शाह (Niraj Shah), अनिल भुसरी (Aneel Bhusri), कवितार्क राम श्रीराम (K Ram Shriram) का नाम था.
फिर Vista इक्विटी पार्टनर्स के पूर्व CEO ब्रायन शेठ (Brian Sheth), Syntel के फाउंडर भरत देसाई (Bharat Desai) और गूगल क्लाउड के CEO थॉमस कुरियन (Thomas Kurian) के नाम इस लिस्ट में शामिल थे. टॉप 10 में एकमात्र महिला जयश्री उल्लाल (Jayshree Ullal) आठवें नंबर पर थीं. इनके अलावा और भी कई भारतीय मूल के अमेरिकी US में बुलंदी पर हैं.