मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) भारत के ग्रोथ आउटलुक को लेकर बुलिश है. इसके पीछे वजह मजबूत घरेलू मांग (Demand) और FY2025-26 के दौरान पॉलिसी दरों की स्थिर बने रहने की उम्मीद है. ब्रोकरेज ने 21 मई को एक नोट में कहा कि अप्रैल में घरेलू मांग मजबूत बनी हुई है, जबकि मैक्रो स्थिरता अच्छी रेंज में बनी हुई है.
रिसर्च फर्म को अगले वित्त वर्ष में GDP 6.5% और इस वित्त वर्ष में 6.8% की दर पर बढ़ने की उम्मीद है. नोट में कहा गया है कि घरेलू डिमांड पर आधारित हाई फ्रिक्वेंसी डेटा अप्रैल में बढ़ गया है. इसके साथ GST कलेक्शन रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है. मैन्युफैक्चरिंग पर्चेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स और सर्विसेज PMI भी मजबूत बना हुआ है.
महंगाई के मोर्चे पर मॉर्गन स्टेनली को उम्मीद है कि CPI महंगाई को बेहतर बेस इफेक्ट से सपोर्ट मिलेगा और 2024 की दूसरी तिमाही में ये करीब 5% की रेंज में बनी रहेगी. उसे 2024 के आखिर छह महीनों में इसके घटकर 4.1% पर आने की भी उम्मीद है.
मॉर्गन स्टेनली ने अर्थव्यवस्था को लेकर अच्छा आउटलुक बरकरार रखा है और वैश्विक कारणों और चुनाव के नतीजे से जोखिम हो सकता है. करंट अकाउंट डेफेसिट कम बने रहने की उम्मीद है. इसे सर्विसेज एक्सपोर्ट की मजबूती से समर्थन मिलेगा. FY25-26 में डेफेसिट सरकार द्वारा निर्धारित रेंज में बनी रहेगी.
मैक्रो स्थिरता के संकेत कुछ कमजोर हो रहे हैं. ब्रोकरेज को उम्मीद है कि ग्रोथ के आंकड़ों से मॉनेटरी पॉलिसी का रास्ता तय होगा. उसने नोट में कहा कि ग्रोथ में मजबूत ट्रेंड के साथ कैपेक्स और प्रोडक्टिविटी की मदद से हमें FY25-26 में पॉलिसी रेट के स्थिर रहने की उम्मीद है.