महाराष्ट्र में आने वाले समय में 'इनोवेशन सिटी' की स्थापना होगी, जो टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के केंद्र के रूप में जानी जाएगी और यहां AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस जैसे सेक्टर में स्टार्टअप्स को बढ़ावा दिया जाएगा.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गुरुवार को नेशनल स्टार्टअप डे के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में इसका ऐलान किया. उन्होंने कहा, 'गुजरात की गिफ्ट सिटी की तर्ज पर महाराष्ट्र में एक 'इनोवेशन सिटी' स्थापित करने की योजना है, जिसमें देश के स्टार्ट-अप इकोसिस्टम में महाराष्ट्र के नेतृत्व को बनाए रखने के प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया जाएगा.
स्टार्टअप और टेक्नोलॉजी पर अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि ये पहल टेक्नोलॉजी और इनोवेशन के लिए एक केंद्र बनाएगी, जो विशेष रूप से AI जैसे उभरते क्षेत्रों में स्टार्ट-अप के लिए उपजाऊ जमीन प्रदान करेगी.
जिस तरह से गुजरात के अहमदाबाद में गिफ्ट सिटी बनाई गई है, हमारा लक्ष्य महाराष्ट्र में और भी तेज गति से एक इनोवेशन सिटी विकसित करना है.देवेंद्र फडणवीस, मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र
बता दें कि गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेक-सिटी (GIFT City) स्पेशल इकोनॉमिक जोन एक्ट के तहत देश का पहला अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय सेवा केंद्र है. अहमदाबाद और गांधीनगर के बीच ये फाइनेंस और टेक्नोलॉजी सेंटर, देश और विदेश से व्यवसायों को आकर्षित करने के लिए बनाया गया है.
CM फडणवीस ने महाराष्ट्र की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य में 25,000 से अधिक स्टार्ट-अप हैं और ये 'इन्वेस्टमेंट और वैल्युएशन' में अग्रणी बना हुआ है.
केंद्र सरकार की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए, उन्होंने देश में टॉप स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के रूप में राज्य की रैंकिंग पर गर्व व्यक्त किया. उन्होंने इस सफलता का श्रेय मुंबई, पुणे, नागपुर, नासिक और छत्रपति संभाजीनगर जैसे शहरों को दिया.
फडणवीस ने कहा कि भारत अब वैश्विक स्तर पर तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप इकोसिस्टम है, जिसमें 1,57,000 से अधिक स्टार्ट-अप हैं, जो 2016 में केवल 471 थे. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र ने इस विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, लेकिन भारत जल्द ही इस क्षेत्र में वैश्विक नेता बन सकता है.
मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र भर में स्टार्ट-अप का समर्थन करने के लिए कई उपायों का भी अनावरण किया, जिसमें 100 करोड़ रुपये का फंड स्थापित करने के लिए SIDBI (भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक) के साथ एक नई साझेदारी शामिल है.
उन्होंने कहा, 'पहले जब इस फंड का प्रबंधन केवल मुंबई में किया जाता था, उसके विपरीत अब हर राजस्व प्रभाग को 30 करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे, जिससे ये सुनिश्चित होगा कि टियर-2 और टियर-3 शहरों तक सहायता पहुंचे.'
फडणवीस ने जीवन के हर क्षेत्र में परिवर्तनकारी शक्ति के रूप में AI को अपनाने के महत्व पर जोर दिया. उन्होंने राज्य के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITI) को AI-केंद्रित उत्कृष्टता केंद्रों में बदलने और AI क्रांति के लिए तैयार प्रतिभा पूल बनाने के लिए निजी विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारी करने की योजनाओं पर प्रकाश डाला.
फडणवीस ने कहा, 'हमें एक ऐसा इकोसिस्टम बनाने की जरूरत है जो हमारे स्टार्ट-अप को AI स्पेस में पनपने के लिए सशक्त बनाए. महाराष्ट्र को AI-संचालित स्टार्ट-अप का केंद्र बनना चाहिए.' उन्होंने स्टेकहोल्डर्स को विश्व स्तरीय AI और स्टार्ट-अप इकोसिस्टम बनाने में सरकार के साथ सहयोग करने के लिए भी आमंत्रित किया.
CM फडणवीस ने राज्य की नई स्टार्ट-अप नीति के लिए सुझाव भी मांगे, जिसके बारे में उन्होंने कहा कि इसे दो महीने में अंतिम रूप दिया जाएगा. उन्होंने आशा व्यक्त की कि यह नीति देश में सबसे प्रगतिशील होगी और महाराष्ट्र को वैश्विक स्टार्ट-अप क्रांति में सबसे आगे रहने में मदद करेगी.
मुख्यमंत्री ने कहा कि नवाचार और व्यापार करने में आसानी को बढ़ावा देने के लिए, सरकार ने अनुपालन बोझ को कम करने, पेटेंट आवेदनों को फास्ट-ट्रैक करने, श्रम और पर्यावरण कानूनों के तहत स्व-प्रमाणन को सक्षम करने और व्यवसाय स्थापित करने के लिए निर्बाध प्रक्रियाओं को सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाए हैं.
उन्होंने कहा, 'हमारा लक्ष्य उद्यमियों को नौकरशाही बाधाओं के बिना एक सहज अनुभव प्रदान करना है. एक दिन ऐसा आएगा जब किसी को सरकारी कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होगी.