विदेशी इक्विटी इनफ्लो के मामले में गुजरात ने पिछले 10 वर्षों में कीर्तिमान गढ़ा है. DPIIT यानी भारत सरकार के उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग के आंकड़ों के अनुसार, गुजरात ने पिछले 10 साल में 57.65 बिलियन डॉलर का FDI इक्विटी इन्फ्लो हासिल किया है. ये आंकड़ा पिछले एक दशक के दौरान पूरे देश में आए 492.27 बिलियन डॉलर के FDI इक्विटी इन्फ्लो का 11.7% है.
आंकड़े बताते हैं कि अप्रैल 2000 से लेकर सितंबर 2024 तक गुजरात में आए कुल FDI इक्विटी इन्फ्लो में 86%, अप्रैल 2014 से सितंबर 2024 के बीच यानी पिछले एक दशक में आया है.
इसे और थोड़ा विस्तार दें तो गुजरात ने अप्रैल 2000 से मार्च 2014 तक मात्र 9.51 बिलियन डॉलर के FDI इक्विटी इन्फ्लो हासिल किया, वहीं अप्रैल 2014 से सितंबर 2024 के बीच गुजरात ने लंबी छलांग लगाते हुए 57.65 बिलियन डॉलर का FDI इक्विटी इन्फ्लो हासिल किया.
गुजरात के ये आंकड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य के असाधारण प्रदर्शन और निवेशकों के विश्वास को दर्शाते हैं. यानी डबल इंजन की सरकार में प्रदेश के प्रति बढ़ता विश्वास स्पष्ट दिखता है. PM मोदी के मार्गदर्शन में और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में गुजरात औद्योगिक विकास और आर्थिक प्रगति का प्रतीक बनकर उभरा है. मजबूत नीतियां, विश्वस्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर और वैश्विक निवेश आकर्षित करने पर केंद्रित रणनीति के साथ, गुजरात ने FDI में लगातार नए मानक स्थापित किए हैं.
DPIIT रिपोर्ट के अनुसार वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही में गुजरात में FDI इक्विटी इन्फ्लो में जबरदस्त वृद्धि देखी गई है. ये आंकड़ा वित्त वर्ष 2023-24 के 2.29 बिलियन डॉलर से बढ़कर वित्त वर्ष 2024-25 में 3.95 बिलियन डॉलर हो गया, जो 72.5% की वृद्धि दर्शाता है.
वहीं इसी दौरान राष्ट्रीय स्तर पर FDI इक्विटी इन्फ्लो 20.49 बिलियन डॉलर से बढ़कर 29.79 बिलियन डॉलर हो गया है, जो 45.4% की वृद्धि दर्शाता है. आंकड़ों से स्पष्ट है कि गुजरात ने राष्ट्रीय औसत से कहीं अधिक FDI इक्विटी इन्फ्लो हासिल किया है.
DPIIT रिपोर्ट में ये विस्तार से बताया गया है कि कैसे अप्रैल 2000 से सितंबर 2024 तक, भारत में कुल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) का प्रवाह 1.03 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचा, जो देश के आर्थिक विकास और वैश्विक निवेशकों के भारत में लगातार बढ़ते विश्वास को दर्शाता है.
वहीं, इसी आंकड़े में FDI इक्विटी इन्फ्लो को समझें तो देश में पिछले 24 वर्षों में 708.65 बिलियन डॉलर का FDI इक्विटी इन्फ्लो आया है. इसमें गुजरात का योगदान भी महत्वपूर्ण रहा है, जहां राज्य ने कुल 67.16 बिलियन डॉलर का FDI इक्विटी इन्फ्लो हासिल किया, जो इस समयावधि में भारत में आए FDI का 9.5% है.
खास तौर पर पिछले एक दशक यानी अप्रैल 2014 से सितंबर 2024 के बीच के आंकड़ों को देखें तो इस समयावधि में गुजरात ने रिकॉर्ड स्तर पर 57.65 बिलियन डॉलर का FDI इक्विटी इन्फ्लो हासिल किया, जो इस अवधि के दौरान देश में आए 492.27 बिलियन डॉलर के FDI इक्विटी इन्फ्लो का 11.7% है.
गुजरात की सफलता राज्य की नीतिगत स्थिरता, इनोवेशन और व्यापारिक सुगमता (Ease of Doing Business) को बढ़ावा देने के सतत प्रयासों का परिणाम है. गुजरात ने न केवल पारंपरिक इंडस्ट्रीज में निवेशों को आकर्षित किया है, बल्कि नवीकरणीय ऊर्जा, सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रॉनिक्स और IT/ITeS जैसे उभरते सेक्टर्स में भी निवेश हासिल करने में सफलता पाई है.
इन उपलब्धियों से गुजरात वैश्विक निवेश मानचित्र पर मजबूती से स्थापित हुआ है. गुजरात का कुशल कार्यबल और वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट जैसे प्लेटफॉर्म्स ने इसे एक प्रमुख इन्वेस्टमेंट डेस्टिनेशन बना दिया है और इस तरह गुजरात, विदेशी निवेश का केंद्र बन कर उभरा है.