भारत और सिंगापुर के बीच दूसरे राउंड की मंत्री स्तरीय बैठक आज यानी 26 अगस्त 2024 को सिंगापुर में होगी. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पीयूष गोयल समेत 4 केंद्रीय मंत्री सोमवार को भारत-सिंगापुर मीटिंग में शामिल होंगे.
इस मीटिंग का मकसद दोनों देशों के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को और मजबूत करना है. इस मीटिंग (ISMR) में विदेश मंत्री एस जयशंकर और रेल व IT मंत्री अश्विनी वैष्णव भी शामिल होंगे. सिंगापुर दौरे पर सभी मंत्री वहां के मंत्रियों और लीडरशिप से बात करेंगे.
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने बताया कि 26 अगस्त यानी आज सिंगापुर में भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज (India-Singapore Ministerial Roundtable) मीटिंग होगी.
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल सिंगापुर में DBS बैंक, टेमासेक होल्डिंग्स, ओमर्स, केपेल इंफ्रास्ट्रक्चर और ओनर्स फोरम सहित प्रमुख वैश्विक व्यापारिक हस्तियों के साथ बातचीत करेंगे.
वो भारत में बढ़ते बाजार अवसरों और मजबूत ग्रोथ के बीच द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने की रणनीतियों पर विचार करेंगे.
ISMR भारत-सिंगापुर द्विपक्षीय संबंधों के लिए नया एजेंडा निर्धारित करने के लिए स्थापित एक अनूठी व्यवस्था है. इसकी पहली बैठक सितंबर 2022 में नई दिल्ली में हुई थी.
बयान के अनुसार, 'दूसरी बैठक दोनों पक्षों को अपनी रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा करने और इसे ज्यादा बढ़ाने व व्यापक बनाने के लिए नए रास्ते तलाशने में मदद करेगी.'
सिंगापुर भारत के लिए FDI (प्रत्यक्ष विदेशी निवेश) का एक प्रमुख स्रोत रहा है. बीते वित्त वर्ष 2023-24 में, सिंगापुर भारतीय बाजारों में 11.77 बिलियन डॉलर के निवेश के साथ FDI का सबसे बड़ा स्रोत था. अप्रैल 2000 से मार्च 2024 तक सिंगापुर से FDI का कुल फ्लो 159.94 बिलियन डॉलर था.
द्विपक्षीय व्यापार के मामले में सिंगापुर 2023-24 में भारत का छठा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार रहा है. कुल व्यापार 35.61 बिलियन डॉलर का था, जो आसियान (दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संघ) के साथ भारत के कुल व्यापार का लगभग 29% है. भारत का निर्यात 14.41 बिलियन डॉलर जबकि आयात 21.2 बिलियन डॉलर था.