इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन के CEO ने कहा है कि भारत का लक्ष्य 10 साल में 10 सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने का है. उन्होंने कहा कि सरकार 10 साल में 10 फैब लगाने की आकांक्षा रखता है. उन्होंने साथ ही जोड़ा कि इंडस्ट्री में ग्रोथ के आधार पर सरकार से मिलने वाला समर्थन (Nature of Support) अलग-अलग हो सकता है.
इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन के CEO आकाश त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय सेमीकंडक्टर मिशन (ISM) की स्थापना करते समय दो या तीन सेमीकंडक्टर प्लांट, दो या तीन डिस्प्ले फैब और विभिन्न कम्पाउंड सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की परिकल्पना की गई थी.
बता दें कि 11 से 13 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा में ग्लोबल प्रोग्राम 'सेमिकॉन इंडिया' का आयोजन होगा, जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.
मोबाइल कॉम्पोनेंट इंडस्ट्री निकाय ICEA और सेमीकॉन इंडिया के आयोजक SEMI के एक ज्वाइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, 'हम हमेशा इंडस्ट्री के साथ जुड़े रहेंगे, लेकिन जुड़ाव का तरीका अलग-अलग हो सकता है. 10 साल बाद ऐसी परियोजनाएं होंगी, जो चालू होंगी, सेमीकंडक्टर का उत्पादन करेंगी, इकोसिस्टम डेवलप होगा, फिर चीजें अलग होंगी.'
त्रिपाठी ने कहा कि हम 10 फैब लगाना चाहेंगे. सरकार को चिप पैकेजिंग प्लांट सहित सेमीकंडक्टर प्लांट्स स्थापित करने के लिए 20 प्रस्ताव मिले हैं. उन्होंने कहा कि सभी प्रस्ताव मंजूरी के अलग-अलग चरणों में हैं और सरकार ने 1.52 लाख करोड़ रुपये के निवेश वाली 5 परियोजनाओं को मंजूरी दी है.
उन्होंने कहा कि माइक्रोन की पायलट फैसिलिटी ने मई से चिप्स को रोल आउट करना शुरू कर दिया है. दिसंबर 2024 तक रोलआउट करने की प्रतिबद्धता जताई गई थी, लेकिन समयसीमा से 6 महीने पहले ही उपलब्धि हासिल हो गई.
SEMI प्रेसिडेंट और CEO अजीत मनोचा ने कहा कि फैब में बनाई गई हर नौकरी से सहायक यूनिट्स में 5 नौकरियों का सृजन होगा. उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री को 600 बिलियन अमेरिकी डॉलर का रेवेन्यू प्राप्त करने में 60 से 70 साल लगे, जबकि अगले 7 वर्षों में ये लगभग दोगुना होकर 1 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर हो जाएगा.
सेमीकॉन इंडिया 2024 में 24 विभिन्न देशों की 250 से अधिक कंपनियां भाग ले रही हैं. भारत 11 से 13 सितंबर तक 'सेमीकॉन इंडिया 2024' ग्लोबल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री प्रोग्राम की मेजबानी करेगा.