रिजर्व बैंक ने लगातार 10वीं बार ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. RBI गवर्नर शक्तिकांता दास ने रेपो रेट को बाजार और अर्थशास्त्रियों की उम्मीद के मुताबिक ही 6.5% पर बरकरार रखा है. इसके अलावा उन्होंने कई बड़े ऐलान किए.
गवर्नर शक्तिकांता दास ने UPI लिमिट, फोरक्लोजर चार्ज से जुड़े 3 फैसलों के बारे में बताया. वहीं ऑनलाइन पेमेंट के तरीकों पर भी एक फैसले का ऐलान किया.
RBI ने UPI लाइट की ट्रांजैक्शन लिमिट को 500 रुपये से बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दिया है.
वहीं, UPI लाइट वॉलेट की सीमा 2,000 रुपये से बढ़ा कर 5,000 रुपये कर दी गई है. यानी अब वॉलेट में लोग 3,000 रुपये ज्यादा रख सकेंगे.
इस सुविधा के जरिये UPI पेमेंट में पिन की जरूरत नहीं पड़ती और आसानी से पेमेंट हो जाता है.
वहीं, UPI 123पे की लिमिट को बढ़ाकर 10,000 रुपये कर दिया गया है. ये सर्विस नॉन-स्मार्टफाेन यूजर्स के लिए होती है.
वहीं, फोरक्लोजर चार्ज पर भी RBI ने बड़ा फैसला लिया है. शक्तिकांता दास ने बताया कि अब समय से पहले नॉन-बिजनेस लोन चुकाने पर कोई चार्ज या पेनाल्टी नहीं लगेगी
बता दें कि किसी लोन की अवधि पूरी होने से पहले अगर आप उसे बंद कराते हैं तो इसके लिए बैंक को जो चार्ज देना पड़ता है, इसे ही लोन फोरक्लोजर चार्ज कहते हैं.
केंद्रीय बैंक के गवर्नर शक्तिकांता दास ने ऑनलाइन पेमेंट ट्रांसफर पर एक और बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि अब IMPS की तरह RTGS और NEFT में भी लुकअप फैसिलिटी मिलेगी.
लुकअप फैसिलिटी के जरिये पेमेंट करते समय नाम और डिटेल दिख जाती है. इससे गलत व्यक्ति को पेमेंट होने की आशंका खत्म हो जाती है.
जैसे कि आप UPI पेमेंट में कोई QR कोड स्कैन करते हैं या फिर मोबाइल नंबर डालते हैं तो उससे जुड़े अकाउंट होल्डर का नाम और बैंक का नाम दिख जाता है, इससे पेमेंट कंफर्म करना आसान हो जाता है.